दुनिया भर में जहां-जहां बिहार और पूर्वांचल के लोग रह रहे हैं वहां छठ पूजा धूमधाम से मनाया जाता है: कैप्टन अजय सिंह यादव

 गुरूग्राम। जन सेवा एवं सांस्कृतिक चेतना मंच द्वारा कादीपुर में आयोजित छठ पूजा समारोह में पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने मुख्यातिथि, विरेंद्र यादव भी मुख्यातिथि व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज डावर ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान सभी कांग्रेसी नेताओं ने छठ घाटों का दर्शन कर सभी को छठ की शुभकामनाएं दी। दुनिया भर में जहां-जहां बिहार और पूर्वांचल के लोग रह रहे हैं वहां छठ पूजा धूमधाम से मनाया जाता है। नहाय खाय से शुरू होकर 4 दिन बाद उगते हुए सूर्य अर्घ्य तक यह चला है।



कैप्टन अजय सिंह यादव ने बताया कि यह व्रत बेहद पवित्रता के साथ किया जाता है। इस व्रत को करने में कई तरह नियम कायदों को बेहद सावधानी से पालन किया जाता है। इस भक्ति के माहौल में गीत संगीत चार चांद लगा देता है। लोग भक्ति भाव में डूब जाते हैं। छठ पूजा के दौरान लोग उपवास रखकर छठ देवी की पूजा करते हैं और कमर तक पानी में खड़े होकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते है। छठ पूजा का पर्व लोग भगवान सूर्य से अपने परिवार की सफलता और खुशियों की कामना करने के लिए करते है। उन्होंने बताया गंगा नदी और जमुना नदी की सफाई का दाव करने वाली भाजपा व आम आदमी पार्टी से इतने वर्षों तक सफाई नही हुई नतीजन आज भी दोनों नदियां ज्योंकि त्यों हैं। फिलहाल जमुना जी में केमीकल डाला जा रहा है। स्वच्छता और शुद्धता का महापर्व छठ के लिए लोगों को बहूत दिक्कत का सामना करना पड रहा है। जबकि सरकार को पता था कि छठ का पर्व आ रहा है उसके बावजूद कोई इंतजाम नही करवाए गए।


वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज डावर ने कहा कि छठ पूजा के त्यौहार को कहीं-कहीं  डाला छठ, डाला पूजा, सूर्य षष्ठी से भी जाना जाता है। नहाय-खाय से लेकर उगते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य देने तक चलने वाले इस पर्व का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है। वहीं इसे सेहत से भी जोड़ा गया है।


कांग्रेसी नेता विरेंद्र यादव ने बताया पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सायंकाल में सूर्य अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं, इसलिए छठ पूजा में शाम के समय सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अघ्र्य देकर उपासना की जाती है। ढलते सूर्य को अघ्र्य देकर कई मुसीबतों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा सेहत से जुडी कई समस्याएं दूर होती है।

इस मोके पर कुलदीप कटारिया, जीतू यादव ( गढ़ी मुरली ), समिति के अध्य्क्ष रणधीर राय, कृष्णा पांडे, शम्भू प्रसाद, हरिवंश मौर्य, रणधीर सिंह, धर्मेंद्र सिंह मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments