नौवें गुरु की शहादत दिवस पर स्कूलों में कराया गया समीनार।

 नौवें गुरु की शहादत दिवस पर स्कूलों में कराया गया समीनार।



गुरुग्राम: सिखो के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी जिन ने हिंदू धर्म के कश्मीरी पंडितो की फरियाद सुन, हिंदू धर्म की रक्षा के के लिए अपनी जान दे दी। उनके शहीदी दिवस पर आज 28.11.2022 को गुरुद्वारा दुखनिवारन धाम, गुरुग्राम की तरफ से स्कूलों में सेमिनार कराए गए। जिस में बच्चो को सिखो के नोवे गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी बारे में बताया गया। साथ ही अच्छी बातें बताई गई। 


आप को बता दे कि गुरु तेग बहादुर शहादत दिवस पूरे संसार में मनाया जाता है। वह सिखों के नौवें गुरु हैं। उन्हें हिंद की चादर या भारत की ढाल भी कहा जाता है। उन्होंने ऐसे लोगों के समुदाय के अधिकारों के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया, जो उनके धर्म के भी नहीं थे। मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर वर्ष 1675 में उनका सिर कलम कर दिया गया था। वह दिल्ली के चांदनी चौक में शहीद हुए थे।



औरंगजेब का उद्देश्य भारत में हिंदू आबादी को इस्लाम में परिवर्तित करना था, अगर वे उसके फरमान के खिलाफ विद्रोह करते हैं, तो उन्हें मृत्युदंड दिया जाएगा। कश्मीर पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल ने धर्मांतरण को रोकने के लिए गुरु तेग बहादुर से मदद मांगी। और गुरु जी ने अपनी जान दे के हिंदू धर्म को बचाया।

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