आज हमें राजनीति का व्यवसायीकरण करने वाली से बचना चाहिए। गणतंत्रआज हमें राजनीति का व्यवसायीकरण करने वाली से बचना चाहिए। गणतंत्र दिवस पर कानून को बचाने की पहल करनी होगी- गुरिंदरजीत सिंह
गुरुग्राम: गणतंत्र दिवस मनाते हुए समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर , पार्षद उमीदवार वार्ड 16, गुरुग्राम ने देश के मौजूदा हालात देखते हुए बोले कि कानून को बचाने की पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि आज जो देश के हालात हैं। ऐसे में शहीद-ए-आजम भगत सिंह का याद आना लाजिमी है। जिस तरह से राजनीति का व्यवसायीकरण हुआ है। धंधेबाजों के हाथ में देश की बागडोर है। सियासत का मतलब बस एशोआराम, रुतबा और कारोबार रह गया है। देशभक्ति के नाम पर दिखावा है। युवा वर्ग देश व समाज के प्रति उदासीन और पथ से भटका हुआ है। किसान और जवान सत्ता के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द बनकर रह गये हैं। जमीनी मुद्दे देश से गायब हैं। रोजी-रोटी का देश पर बड़ा संकट होने के बावजूद दूर-दूर तक क्रांति की कोई चिंगारी नहीं दिखाई दे रही है। यदि कहीं से विरोध के स्वर उभरते भी हैं तो जाति और धर्म के नाम पर। या फिर कोई उस आवाज को इस्तेमाल कर रहा होता है। सरदार भगत सिंह ने कहा था कि हमें जो आजादी मिलेगी, वह सत्ता हस्तांतरण के रूप में ही होगी। जैसा कि आज जो रहा है। चंद पूंजीपति सत्ताधारी राजनीतिक पार्टी को अपने हाथो की कटपुतली बनाकर देश को खोखला करते जा रहे हैं। महंगाई दिन ब दिन बढ़ रही है। आम जनता में रोज़गार, गरीबी, महंगाई के कारण दुखी है। पर झूठे राष्ट्रवाद में फसा कर सत्ताधारी पार्टी देश पर राज करते जा रहे है। और देश के आधारे, धरोहर और देश की संपति को निजी पूंजीपतियों को बेचती जा रही है।
इस से छुटकारा पाने के लिए आंदोलन करना होगा। और एक जन सैलाब एक इंकलाब लाना होगा।
ऐसे में उन्होंने बड़े ही शायरी में कहा कि गुरिंदर कहे, देश को बचाओ, देश को बचाओ। देश बेचने वालो को बगाओ। देश में नफ़रत फैलाने वालों को सत्ता से हटाओ। गुरिंदर कहे, देश को बचाओ, देश को बचाओ। पूंजीपतियों पे अंकुश लगाओ।
कालाबाजारी करने वालो को भगाओ। नकली माल बेचने वालो को सजा दिलाओ। महंगाई करने वालो को सबक सिखाओ। गुरिंदर कहे, देश को बचाओ, देश को बचाओ।
साथ ही गुरिंदरजीत सिंह ने सभी शहीदों को सलाम किया। दिवस पर कानून को बचाने की पहल करनी होगी- गुरिंदरजीत सिंह
गुरुग्राम: गणतंत्र दिवस मनाते हुए समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर , पार्षद उमीदवार वार्ड 16, गुरुग्राम ने देश के मौजूदा हालात देखते हुए बोले कि कानून को बचाने की पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि आज जो देश के हालात हैं। ऐसे में शहीद-ए-आजम भगत सिंह का याद आना लाजिमी है। जिस तरह से राजनीति का व्यवसायीकरण हुआ है। धंधेबाजों के हाथ में देश की बागडोर है। सियासत का मतलब बस एशोआराम, रुतबा और कारोबार रह गया है। देशभक्ति के नाम पर दिखावा है। युवा वर्ग देश व समाज के प्रति उदासीन और पथ से भटका हुआ है। किसान और जवान सत्ता के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द बनकर रह गये हैं। जमीनी मुद्दे देश से गायब हैं। रोजी-रोटी का देश पर बड़ा संकट होने के बावजूद दूर-दूर तक क्रांति की कोई चिंगारी नहीं दिखाई दे रही है। यदि कहीं से विरोध के स्वर उभरते भी हैं तो जाति और धर्म के नाम पर। या फिर कोई उस आवाज को इस्तेमाल कर रहा होता है। सरदार भगत सिंह ने कहा था कि हमें जो आजादी मिलेगी, वह सत्ता हस्तांतरण के रूप में ही होगी। जैसा कि आज जो रहा है। चंद पूंजीपति सत्ताधारी राजनीतिक पार्टी को अपने हाथो की कटपुतली बनाकर देश को खोखला करते जा रहे हैं। महंगाई दिन ब दिन बढ़ रही है। आम जनता में रोज़गार, गरीबी, महंगाई के कारण दुखी है। पर झूठे राष्ट्रवाद में फसा कर सत्ताधारी पार्टी देश पर राज करते जा रहे है। और देश के आधारे, धरोहर और देश की संपति को निजी पूंजीपतियों को बेचती जा रही है।
इस से छुटकारा पाने के लिए आंदोलन करना होगा। और एक जन सैलाब एक इंकलाब लाना होगा।
ऐसे में उन्होंने बड़े ही शायरी में कहा कि गुरिंदर कहे, देश को बचाओ, देश को बचाओ। देश बेचने वालो को बगाओ। देश में नफ़रत फैलाने वालों को सत्ता से हटाओ। गुरिंदर कहे, देश को बचाओ, देश को बचाओ। पूंजीपतियों पे अंकुश लगाओ।
कालाबाजारी करने वालो को भगाओ। नकली माल बेचने वालो को सजा दिलाओ। महंगाई करने वालो को सबक सिखाओ। गुरिंदर कहे, देश को बचाओ, देश को बचाओ।
साथ ही गुरिंदरजीत सिंह ने सभी शहीदों को सलाम किया।
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