द्रोणाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज गुरुग्राम ने एक ऐसा "कॉलेज - गान" तैयार किया है जिसमे इस कॉलेज की सम्पूर्ण जीवन गाथा समाहित है।इसकी अवधि 6 मिनट 30 सेकेंड की है।इसकी शुरुआत भी इसकी गरिमा के अनुरूप ही दिखाई पड़ती है।"डी. जी. सी. तेरी जय हो # जीवन सबका सुखमय हो # जग में हो रोशन तेरा नाम # धन्य हुआ ये गुरुग्राम"इसको दृश्य एवं श्रव्य (audio- video)दोनो माध्यमों में बनाया गया है।
2020 के आई ए एस टॉपर और सोहना के एस डी एम प्रदीप सिंह मलिक ने इस गान की जम कर तारीफ भी की है।वे मतदाता दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज पहुंचे थे।हमने कॉलेज प्राचार्य डॉ विरेंद्र सिंह अंतिल की कार्यशैली एवं प्रबंधन के मद्देनजर इस नई पेशकश के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि प्रोफेसर लीलमणी गौड़ ने इस गान की रचना की है।यह गान कॉलेज की आत्मा है।हमने प्रोफेसर गौड़ से जानना चाहा कि उनको इसे बनाने की प्रेरणा कहां से मिली।उन्होंने बताया कि जैसे संविधान की प्रस्तावना उसकी आत्मा होती है ठीक उसी प्रकार किसी भी संस्था की मूल भूत उपलब्धि ही उसकी आत्मा होती है।
इस कॉलेज ने हरियाणा में अपना विशेष स्थान हासिल किया है।इसकी खासियत अगर एक नजर में देखनी हो तो इस"कॉलेज गान"में नजर आ जाएगी।बताते चलें कि इस कॉलेज गान ने अन्य कॉलेजों में भी एक नई अवधारणा की शुरुआत कर दी है।आने वाले समय में इस से प्रेरणा लेकर अन्य कॉलेज भी अपना गान बना सकेंगे।
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