गौमाता की सेवा ही चारों धाम के दर्शन बराबर : मंगला गुप्ता जी
गुरुग्राम के सेक्टर-47 उत्कर्ष प्रयास स्कूल में गौमाता पूजन दिवस मनाकर पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
गुरुग्राम, 14 फरवरी : गुरुग्राम में दि योगक्षेम महिला उत्कर्ष सेवा कोऑपरेटिव मल्टीपर्पज सोसायटी लि. द्वारा संचालित उत्कर्ष प्रयास स्कूल में मंगलवार को विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत एक तरफ जहां गौमाता पूजन दिवस मनाया गया तो वही पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों को नमन किया गया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने गौमाता व गुरूजनों का तिलक लगाकर पूजन किया एवं उनकी परिक्रमा कर आरती उतारी व मिठाई खिलाकर आर्शीवाद लिया।स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति के गाने सुनकर कार्यक्रम का माहौल राष्ट्रभक्ति से भर दिया था। इस मौके पर स्कूल संचालिका स्वर्णलता पाण्डेयजी ने कहा कि बच्चों को पाश्चात्य संस्कृति के जाल से निकालने के लिए 14 फरवरी को हमारे स्कूल में गौमाता पूजन दिवस व पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहादत दिवस के रूप में मनाया है। उन्होंने कहा कि गौमाता की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म व चारों धाम की यात्रा करने बराबर है।
पाण्डेयजी ने कहा कि जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों के लिए दिन-रात मेहनत करते है, हमारे लिए सर्वस्व त्याग देते है, उसी प्रकार बच्चों का भी कर्तव्य है कि उन्हे सम्मान दे। उन्होंने कहा कि वैसे तो माता-पिता का सम्मान जीवनभर करना चाहिए, लेकिन वर्ष में एक दिन माता-पिता के लिए समर्पित होना चाहिए,गाय विश्व की माता मानी जाती हैं। इसीलिए गौमाता पूजन दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर स्कूल में मुख्य अतिथि के रूप में आये हुए अधिवक्ता और समाज सेविका अलका दलाल ने बच्चों को पुलवामा शहीदों के बारे में बताया तथा कहा कि आज शहीदों के त्याग एवं बलिदान की बदौलत ही हम आजादी की हवा में सांस ले रहे है, इसीलिए प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वे शहीदों के कर्ज को समझते हुए समाज व राष्ट्र हित में अपना योगदान दें।आज के बच्चों को अपने जीवन में शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि नैतिक शिक्षा ग्रहण कर बच्चें अपने परिवार और समाज की सेवा कर आगे प्रगति करें। इस अवसर पर योगक्षेम सोसायटी की चेयरपर्सन मंगला गुप्ताजी ने कहा कि देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए हमें अपने जीवन में श्रीमद्भागवत गीता के कर्मवाद के संदेश को अपने जीवन में उतारकर समाज और देश की रक्षा करने के लिए तैयार रहना चाहिए ताकि कोई दुश्मन देश अपनी तरफ आँख उठाकर देख न सकें।आगे मंगला जी ने कहा कि गौमाता की सेवापूजा एवं उसकी रक्षा करना भी हम सनातन संस्कृति में मानने वालों के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि गौमाता सिर्फ एक पशु ही नहीं पर वो हमारे देश के गाँवो और शहरों को आर्थिक रूप से समृद्धशाली बनाने वाली और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक सशक्त माध्यम है जिसकी रक्षा करना हम सब देशवासियों का प्रथम कर्तव्य है और ये तभी संभव है जब संपूर्ण भारत में गौहत्या पर पाबंदी लगाई जाएगी तभी गौमाता सुरक्षित रहेगी और हम लोग गौ आधारित उद्योगों का विकास कर गाँव और शहर को समृद्ध बनाने में अपना योगदान दे सकेंगे।
इस अवसर पर नीलम ठाकरां,मंजू गुप्ता और योगिताजी विशेष उपस्थित रहकर स्कूल के बच्चों का जीवनोपयोगी मार्गदर्शन किया था और उत्कर्ष प्रयास स्कूल की समस्त शिक्षिका शांतिजी, अंजू जी,स्वेताजी, रिंकिजी ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न होने में अपना योगदान दिया था और सभी सदस्य एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
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