देश में सबसे बड़ी ताकत है वोट और सरकार के मालिक है वोटर: गुरिंदरजीत सिंह
गुरुग्राम: आज जहां सरकार और सरकार में बैठे नेता अपने आप को देश का मालिक बनकर अपनी मनमानी चला रहे है।
वही गुरुग्राम के समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने कहा कि देश की सबसे बड़ी ताकत है वोट और सरकार के मालिक है वोटर। आज वोटर को अपनी खुद की कीमत पहचाननी होगी। वोटर को खुद की तुलना होगा कि जो भी नेता या पार्टी उसके पास वोट मांगने आ रहे है, वे कौन है और कहा से आए है। उन्होंने जो कहा वो किया भी है कि बस ऐसे ही भाषण ही देते रहते है। उनके भविष्य के लिए क्या वो सही है। अगर नहीं सही है, तो दूसरा विकल्प क्या है। अगर सही है तो क्या उससे भी कोई और अच्छा तो नहीं।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि आज कुछ नेता या पार्टी वोटरों को लुभाने के लिए तरह तरह के वादे जरूर करेंगे। पर वोटरों को जागरुक की नही करेगा। ऐसे में सबसे पहले वोटरों को जागरुक करने की जरूरत है। जागरूकता से उनको पता चलेगा कि जिस पद के लिए वे किसी उम्मीदवार को वोट कर रहे है, उसके अधिकार क्या है और उसका कार्य का घेरा कितना है। क्योंकि आज कल कुछ नेता अपने अधिकार से ऊपर की बातें व वादे ज्यादा करते है। उदाहरण के तौर पर जैसे एमसीजी पार्षद के कार्यक्षेत्र में मुफ्त बिजली नही आती, पर कुछ नेता ये कहते नही थकते कि वे पार्षद बने तो बिजली फ्री। ऐसे ही हरियाणा में शिक्षा राज्य सरकार के अंदर आती है। हरियाणा रोडवेज राज्य परिवाहन मंत्रालय के अंदर आता है। पर कुछ नेता झूठ बोलते नही थकते कि अगर वे पार्षद या उनकी पार्टी का मेयर बना तो शिक्षा मुफ्त व यात्रा मुफ्त। या काला धन वापिस लाने या महगाई दूर करने का वादा करते है। रूपए को डॉलर बराबर करने का वादा करते है।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि ऐसे में वोटरों को ऐसे दोगले, धोखेबाज, मक्कार व ठगो से बचने की जरूरत है, जो चुनाव से कुछ ही दिन पहले बाहर से आकर आपके इलाको में बस गए है और आप पर राज करने की सोच से, चुनावो की तैयारी में लगे है। वोटरो को ये भी देखना चाहिए कि जो नेता शहर व वार्ड को सुंदर बनाने की बात करते है, आज वही अपने प्रचार के लिए हर गली हर खंबे पर अपने बोर्ड बैनर लगाई जा रहे है। अगर वे इतने ही लोकप्रिय है तो डिजिटल युग में डिजिटल प्रचार क्यों नही करते। ऐसे में गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि जो नेता लोग आज लाखो खर्च कर वोट मांग रहे है, वो क्या आपकी सेवा करेंगे। वे तो एक व्यापारी है, जो पहले इन्वेस्ट कर रहे है। और चुनाव जीतने के बाद लाखो के करोड़ो बनाएंगे। कुछ नेता धर्म व जाति के नाम पर आप से वोट मांगेंगे। पर आपने राष्ट्रहित में ही वोट देना है। ऐसे में ऐसे नेताओ से बच कर रहना चाहिए। वोटरों को अपने इलाके से अपने से ही किसी अपनी/ अपने बहन/बेटी/भाई/बेटे जो पढ़े लिखे, होनहार, निडर व साफ छवि के को अपना नेता चुनना चाहिए। जो चुनाव जीतने या हारने के बाद भी उनके साथ रहे व सुख दुख में उनका साथ निभाए।
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