आल स्किल एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा गत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उल्लास के साथ सूर्य विहार, गुरुग्राम में मनाया गया l महिला सम्मेलन, 50 महिलाओं को हाइजीन् कीट ( सैनिटरी पैड, साबुन इत्यादि) का वितरण, होली मिलन समारोह, सांस्कृतिक प्रदर्शन आदि कार्यक्रम की मुख्य झलकियाँ रहीं
गुरुग्राम: रेखा पी वी: एम पी शर्मा, अध्यक्ष, आल स्किल एंड रिसर्च फाउंडेशन ने मेहमानों एवं महिलाओं का स्वागत करते हुए कहा कि फाउंडेशन महिलाओं के सशक्ति करण हेतु कौशल विकास एवं क्षमता संवर्धन के प्रति कटिबद्ध है l उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि प्रथम चरण में गरीब महिलाओं में माहवारी के दौरान स्वछता एवं बीमारियों से बचाने हेतु 50 चयनित महिलाओं को हाइजीन् कीट ( सैनिटरी पैड, साबुन इत्यादि) का वितरण प्रति माह एक साल तक किया जायेगा l उन्होंने संस्था के कार्य कलापों बारे में भी विस्तार से जानकारी दी l
डाक्टर प्रवीन फोगाट, प्राध्यापक, द्रोणाचार्य कॉलेज, गुरुग्राम ने इस मौके पर महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। महिलाओं के विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान तथा उपलब्धियों को पहचान दिलाने के लिए यह हर वर्ष मनाया जाता है। इस बात को नकारा नहीं जा सकता की आज के समाज में महिलाओं का योगदान पुरुषों के बराबर रहा है बल्कि वे पुरुषों से भी आगे निकल गयी हैं। शिक्षा के क्षेत्र से लेकर हेल्थ सेक्टर और ऐसे ही कई क्षेत्रों में जिसकी कल्पना पहले की सामाजिक स्थिति में करना नामुमकिन सा था उन सभी क्षेत्रों में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है।
डाक्टर कौशल कुमारी फोगाट, प्राध्यापक , सेक्टर 9 कॉलेज, गुरुग्राम ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक दिन नहीं है, बल्कि आधी आबादी की पूरी कहानी को जश्न के रूप में मनाने का दिन होता है।अंतर्राष्ट्रीय
महिला दिवस हर वर्ष 8 मार्च को को मनाया जाता है। महिलाओं के विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान तथा उपलब्धियों को पहचान दिलाने के लिए यह हर वर्ष मनाया जाता है।
श्री के. एल. पार्चा, उपनिदेशक्, नेहरू युवा केंद्र,गुरुग्राम ने आल स्किल एंड रिसर्च फाउंडेशन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बात को नकारा नहीं जा सकता की आज के समाज में महिलाओं का योगदान पुरुषों के बराबर रहा है बल्कि वे पुरुषों से भी आगे निकल गयी हैं। उन्होंने अर्धनारीश्वर् के बारे में भी बताते हुए कहा कि महिला एवं पुरुष दोनों परिवार एवं समाज के विकास के लिए जरुरी हैं l
ममता धवन, राष्ट्रीय यूथ अवार्डी ने कहा कि महिलाओं के लिए हर दिन महिला दिवस है, क्यों कि वो सुबह से रात तक घर की देखरेख में लगी रहती हैं l घर के बहार समाज के विकास में भी उनकी भूमिका अहम है l महिलाओं को अपना आत्म विश्वास बुलंद रखना चाहिए l
कुमारी प्रिया गुप्ता एवं मनीषा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि अभी भी समाज में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हे महिलायें सिर्फ घर की चार दीवारी में ही अच्छी लगती हैं। अभी भी भारत ही नहीं बल्कि यहां तक कि विकासशील देशों में भी महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार की जरूरत है।
कार्यक्रम का समापन हाइजीन् कीट वितरण एवं होली मिलन के साथ हुआ l
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