गुरुग्राम 4/3/2023; फरीदाबाद, गुरुग्राम और मानेसर नगर निगमों के चुनावों को लगातार लटकाया जा रहा है वो भी बगैर स्पष्टीकरण दिए कि पहले बनी एडहॉक कमेटी किसने बनाई थी जिसे इन सदस्यों की अयोग्यता के विषय में जानकारी नहीं थी और यह भी ज्ञात नहीं था कि वह किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते हैं तथा अब जो एडहॉक कमेटी में इन पंचरत्नों को शामिल किया गया है उनकी उपलब्धियां क्या रही हैं ?
तरविंदर सैनी (माईकल)नेता आम आदमी पार्टी गुरुग्राम ने कहा कि स्थानीय विधायक श्री सुधीर सिंगला जी जिन्होंने हालिया बयान दिया था कि उनके 14 से 15 समर्थकों (चहेतों)को वह भाजपा की टिकेट दिलाने में कामयाब हो जाएंगे जैसी शेखीयां-बिखेर रहे थे मगर उनके इस दम भरने पर पानी फिरते ही एक ओर जहां उनके समर्थकों के मन को ठेस पहुंची हैं वहीं उनको अब नए सिरे से नए दरवाजे तलाशने होंगें कारण खेमों में बंटी भाजपा की आपसी खींचतान नेताओं के दबदबों के चलते स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के बावजूद उन्हें एडहॉक कमेटी में शामिल तक नहीं किया गया जिसका खामियाजा चहेतों सहित गुरुग्राम की जनता को भी भुगतना पड़ेगा क्योंकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं दिया गया है शासन-प्रशासन द्वारा कि यह कमेटी निष्पक्षता से त्रुटिहीन वार्डबंदी को मूर्तरूप देने में शत प्रतिशत सफल हो जाएगी !
चर्चाओं में है कि पिछले निगम चुनावों के लिए तय की गई वार्डबंदी में भारी त्रुटियां पाई गई थी और इन पंचरत्नों मे से कुछेक सदस्य उस वार्डबंदी में भी परोक्ष अपरोक्ष रूप से शामिल रहे थे और अपने प्रभाव से चीजों को मनवाया भी गया था ! खैर...
माईकल सैनी बात करते हैं तीनों निगम क्षेत्रों की तो आमजन मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा है , कचरा प्रबंधन नहीं होने से गंदगी के ढेर लगे हैं पीने के पानी में सीवर का पानी मिलकर आता है, सीवर ओवरफ्लो, सड़कों में गड्ढे कहें या गड्ढों में सड़क हर तरफ ग्रीनबेल्ट्स ,पार्को, स्ट्रीट लाइटों का बुरा हाल है, अव्यवस्थाएं फैली हैं
वहीं निरंकुश अधिकारी मनमाफिक फैंसले लेकर गैरजरूरी योजनाओं पर पैसा पानी की तरह लुटा रहे हैं, लूट की खुली छूट मिल गई लगता है कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों (पार्षदों) का नहीं होना है और पार्षद बग़ैर चुनावों कैसे आएंगे इसलिए भी शायद वार्डबंदी करने में विलंब किया जा रहा है शासन-प्रशासन द्वारा वरना क्या कारण रहा इस देरी का और किसे दोषी ठहराया जाए पूछें यह सवाल खट्टर सरकार से ।
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