भाजपा दिल्ली नगर निगम की स्वायत्ता पर कोई समझौता स्वीकार नही करेगी


महापौर डा. शैली ओबरॉय ने मुख्य मंत्री के दबाव में नगर निगम की स्वायत्ता, जनसेवा चार्टर एवं कर्मचारी हित सभी पर समझौता कर लिया है और वह धीरे धीरे नगर निगम को दिल्ली सरकार का एक विभाग बना देंगी --- शिखा राय



भाजपा दिल्ली नगर निगम की स्वायत्ता पर कोई समझौता स्वीकार नही करेगी और हम मांग करते हैं की 1440 किलोमीटर सड़कों का सफाई कार्य दिल्ली सरकार को सौपने से पहले निगम का विशेष सत्र बुला कर चर्चा हो -- शिखा राय


आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जिस आराजकता से संवैधानिक व्यवस्थाओं की अवेहलना कर दिल्ली सरकार चलाना चाहते हैं अब उसी आराजकता से नगर निगम चलाना चाहते है और इसीलिए निगम की स्थाई समिति के निर्माण को बाधित कर रहे हैं --- प्रवीण शंकर कपूर 


महापौर की लापरवाही से निगम के हजारों अस्थायी कर्मचारियों के सामने वेतन संकट उत्पन्न हो गया है --- संदीप कपूर


दिल्ली की सड़कों पर दो एजेंसियों के द्वारा सफाई करने पर सफाई व्यवस्था चौपट हो जाएगी- योगेश वर्मा


नई दिल्ली, 25 अप्रैल : दिल्ली नगर निगम के महापौर पद की प्रत्याशी श्रीमति शिखा राय ने निगम पार्षदों श्री योगेश वर्मा एवं श्री संदीप कपूर और प्रदेश प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर के साथ एक संयुक्त पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित कर कहा कि यह खेदजनक है कि आम आदमी पार्टी महापौर डा. शैली ओबरॉय की अनुभवहीनता के चलते आज दिल्ली की जनता एवं निगम कर्मी दोनों परेशान हैं।


श्रीमति शिखा राय ने कहा कि महापौर डा. शैली ओबरॉय ने मुख्य मंत्री के दबाव में नगर निगम की स्वायत्ता, जनसेवा चार्टर एवं कर्मचारी हित सभी पर समझौता कर लिया है और वह धीरे धीरे नगर निगम को दिल्ली सरकार का एक विभाग बना देंगी।


भाजपा दिल्ली नगर निगम की स्वायत्ता पर कोई समझौता स्वीकार नहीं करेगी और हम मांग करते हैं कि 1440 किलोमीटर सड़कों का सफाई कार्य दिल्ली सरकार को सौपने से पहले निगम का विशेष सत्र बुला कर चर्चा हो।


श्रीमती शिखा राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी हर काम को  असंवैधानिक तरीके से करने में विश्वास रखती है।  दिल्ली सरकार द्वारा पत्र लिखकर निगम के ओनरशिप वाली सड़कों को दिल्ली सरकार को सौपने की बातें बिलकुल एक सोची समझी सजिश है। इस सजिश से खुद एमसीडी के अधिकारी राजी नहीं है क्योंकि उन्हें भी पता है कि केजरीवाल सड़कों की साफ सफाई के बहाने पैसे उगाही का एक और रास्ता बनाने की कोशिश कर रही है। 


प्रदेश प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी नेतृत्व की आराजकता एवं उसके वरिष्ठ नेताओं के भ्रष्टाचार के चलते निगम का प्रशासन एवं विकास दोनों ठप्प हो गये हैं। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जिस आराजकता से संवैधानिक व्यवस्थाओं की अवेहलना कर दिल्ली सरकार चलाना चाहते हैं अब उसी आराजकता से नगर निगम चलाना चाहते है और इसीलिए निगम की स्थाई समिति के निर्माण को बाधित कर रहे हैं। उन्होने कहा आम आदमी पार्टी नेताओं को समझना होगा की बिना स्थाई समिति के निर्माण के नगर निगम का कोई प्रशासनिक कार्य सम्भव नही।


निगम पार्षद श्री संदीप कपूर ने कहा कि दिल्ली नगर निगम में जब से आम आदमी पार्टी की मेयर आई हैं तब से महापौर की लापरवाही से निगम के अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करना तो दूर, इन कर्मचारियों को किसी न किसी तरीके से निकाला जा रहा है जिससे इन कर्मचारियों के सामने परिवार के भरण पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। महापौर की लापरवाही के कारण लगभग 20 साल से निगम में काम कर रहे 3500 डीबसी कर्मचारी, 2000 माली, 970 डाटा एन्ट्री ऑपरेटर और अन्य अस्थायी कर्मचारियों के सामने वेतन संकट उत्पन्न हो गया है।


निगम पार्षद श्री योगेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार को अपने मेयर व पार्षदों की क्षमता पर शक है और इसलिए पीडब्ल्यूडी के माध्यम से सफाई व्यवस्था  का निजीकरण करने एवम  सफाई कर्मचारियों को निकालने की साजिश कर रही है। दिल्ली की सड़कों पर दो एजेंसियों के द्वारा सफाई करने पर सफाई व्यवस्था चौपट हो जाएगी।


PWD अपने रोड पर तो पेड़ों की  ट्रेंडिंग व लाइट  की व्यवस्था कर नहीं पाती है यही नहीं पता चलता है कि पीडब्ल्यूडी की सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है। निगम के द्वारा जो कंपैक्टर लगाए गए हैं उनकी सफाई व्यवस्था व उसकी देखरेख का काम चाहे पीडब्ल्यूडी रोड हो या निगम के रोड हो दोनों जगह कर रही है और इसके सभी संसाधन निगम के पास मौजूद हैं।


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