भगवान परशुराम के आदर्शों का अनुसरण करे ब्रह्म समाज: डॉ मुकेश शर्मा
ब्रह्म समाज में सभी बिरादरी को साथ लेकर चलने का संस्कार और समर्पण: डॉ मुकेश शर्मा
गुरुग्राम: ब्राह्मण सभा द्वारा गुरुग्राम में आयोजित भगवान परशुराम जयंती समारोह में धार्मिक आस्था और सामाजिक सद्भाव दिखा। समारोह में अतिथि के रूप में शिरकत किए रोटरी ब्लड बैंक गुरुग्राम के प्रेसिडेंट, वरिष्ठ अधिवक्ता एवं ब्राह्मण समाज आफ इंडिया के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष डॉ मुकेश शर्मा ने सभी नागरिकों को भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम का अवतार पृथ्वी पर अन्याय के प्रति न्याय का प्रतिपादन, दुष्टों का नाश तथा धर्म की स्थापना करने के लिए हुआ था। ब्राह्मण समाज सदा से ही न्याय, सत्य, अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए धर्म की स्थापना में सहयोग करता रहा है। डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि ब्रह्म समाज में सभी बिरादरी को साथ लेकर चलने का संस्कार और समर्पण है। हमारे पूर्वजों ने सबके साथ प्यार और सद्भाव के साथ रहने की शिक्षा और प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जयंती पर ब्रह्म समाज को उनके आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लेना चाहिए। डॉ शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज के साथ हर वर्ग के नागरिक भगवान परशुराम की जयंती आस्था के साथ मनाते रहे हैं। डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि ब्रह्म समाज के लोग अपनी परंपरागत संस्कृति और सभ्यता का परिचय देते हुए अपने अस्तित्व को बनाए रखने के साथ समाज को एक सूत्र में बांधने का काम करें। डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि श्रद्धा भाव से भगवान परशुराम का सुमिरन व पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान परशुराम ने कठिन तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न किया था, भगवान शिव ने उन्हें अपना फरसा प्रदान किया था, जिसके बाद उन्हें परशुराम के नाम से जाना गया। भगवान परशुराम ने जिन लोगाें को शस्त्र की शिक्षा दी, उनमें भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य और कर्ण जैसे शूरवीर शामिल हैं। भगवान परशुराम को चिरंजीवी माना जाता है। उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र और शास्त्र दोनों को धारण कर सनातन संस्कृति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। भगवान परशुराम को न्याय का देवता माना जाता है। सनातन परंपरा में भगवान परशुराम जी की पूजा जीवन से जुड़े ज्ञात-अज्ञात शत्रुओं से रक्षा के लिए की जाती है। इसलिए हमें उनके आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए।
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