भाजपा सरकार की कुनीतियों के कारण ही बढ़ी बेरोजगारी : माईकल सैनी
गुरुग्राम 7/5/2023 तरविंदर सैनी (माईकल) आम आदमी पार्टी नेता ने भाजपा की डबल इंजन सरकार की कुनीतियों को ही बढ़ती बेरोजगारी का मूल कारण बताया है तथा उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि भाजपा के निरंतर चुनावी मोङ में रहने के कारण ही वह युवाओं के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध नहीं करा पाई , जो कहती थी कि विदेशी निवेश भरपूर आ रहा है उसने तो देश-नीति को भी ध्वस्त कर दिया है फिर ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि जब राजा ही असंवेदनशील व गैरजिम्मेदार निकले तो फिर कौन करेगा समाधान ?
चर्चा हरियाणा में खट्टर सरकार की करें तो इसी सरकार में युवाओं के साथ सर्वाधिक ठगी हुई है बार-बार परीक्षाएं रद्द किया जाना हो या पेपर लीक से जुड़ा मामला हो या फिर नतीजों की सूची जारी करने में वर्षो का विलंब करना हो सबसे अधिक प्रभावित प्रदेश के युवाओं को ही होना पड़ा है फिर चाहें महिला परीक्षार्थियों के साथ हुई अभद्रतापूर्ण व्यवहार की घटनाओं को लें या अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्रों में मिलों की दूरी का विषय रहा हो अथवा मार्ग की दुश्वारियों व यातनाओं और अव्यवस्थाओं की बातें हों उन सब परेशानियों को झेलने के बावजूद नोकरियाँ नहीं मिल सकी बगैर पर्ची-खर्ची और मैरिट के आधार पर नियुक्ति देने वाली सरकार में क्योंकि विभागीय कर्मियों के आंतरिक भृस्टाचार और मिलीभगत से भर्तियों के रदद् होने का सिलसिला थमा नहीं है जिसकी वजह से बेरोजगारी के आंकड़े साल-दर-साल बढ़ते जा रहे हैं अर्थात प्रदेश के युवाओं के हाथों निराशा व हताशा के इलावे कुछ नहीं लग सका है ।
चर्चाओं में तो मैरिट आधार के तहत बरते जाने वाला भेदभाव भी रहा है जिसने साधन संपन्न और सीमित संसाधनों वाले प्रतिस्पर्धार्थियों के बीच की खाई को और भी गहरा कर दिया है उसकी आड़ में ही इंटरव्यू सिस्टम से सीधी भर्तियां की गई ऐसे आरोप भी लगाए गए भाजपा सरकार पर !
माईकल सैनी कहते हैं कि कुल मिलाकर नीति-न्याय और निष्पक्षता की बात करने वाली भाजपा सरकार के अनीतिगत निर्णयों व कुनीतियों को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा क्योंकि सदा से उपेक्षा का शिकार रहे पिछड़े और दलित वर्ग के वंचित युवाओं की हिस्सेदारी उनके बैकलॉग तक को पूरा नहीं किया जाना भी यही दर्शाता है कि शोषणकारी इस डबल इंजन सरकार से गुहार लगाकर भी कोई लाभ होता नजर नहीं आता क्योंकि जिस सरकार ने उनके भविष्य के लिए विभाग ही नहीं छोड़े हैं सभी विभागों को पीपीपी मॉडल के तहत निजी हाथों में सौंप दिया है तो ऐसे में भलां नोकरियों देने के सब्जबाग दिखाने के इलावे वह क्या कर सकती है युवाओं के लिए यह एप आप मे एक बड़ा प्रश्न है ।
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