नगर निगम से काम कराने को क्या सड़क पर उतरना होगा उद्यमियों को



गुरुग्राम । फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री गुरुग्राम के महासचिव डॉक्टर एसपी अग्रवाल का कहना है कि सेक्टर 37 औद्योगिक क्षेत्र में पिछले 4 माह से सीवर ओवरफ्लो की समस्या अपने पूरे विकराल रूप में है। यहां सड़कों पर लगातार सीवर का पानी भरा हुआ है। वर्षा के दौरान यह समस्या और भी गंभीर हो गई है। नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों और कर्मचारियों से इस  बारे में कई बार शिकायत करने का भी कोई असर नहीं दिख रहा है। इनका कहना है कि क्या नगर निगम के अधिकारी औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी समस्याओं का समाधान ना करने की कसम खा चुके हैं। डॉ.अग्रवाल ने कहा कि क्या अब नगर निगम से संबंधित बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए उद्यमियों को भी सड़क पर उतरना होगा, क्या तभी उनकी बात सुनी जाएगी।

प्रदेश सरकार औद्योगिक बेहतरी के लिए ईज आफ डूइंग बिजनेस को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है। वही नगर निगम गुरुग्राम की लचर कार्यप्रणाली के कारण सेक्टर-37 जैसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र की हालत बद से बदतर होती जा रही है। फेडरेशन की ओर से सीवर ओवरफ्लो और सड़कों पर हो रहे जलभराव की समस्या के समाधान के लिए बुधवार को निगमायुक्त गुरुग्राम को ईमेल के माध्यम से लिखित शिकायत भी दी गई है। इसमें उनसे आग्रह किया गया है कि वह स्वयं आकर इस समय औद्योगिक क्षेत्र की हालत को देखें और महसूस करें कि क्या यहां पैदल चलना भी संभव है।

सेक्टर 37 औद्योगिक क्षेत्र स्थित विभिन्न फैक्ट्रियों के बाहर सीवर ओवरफ्लो होने से सभी का आना जाना दुश्वार हो गया है। यहां कई बड़े एक्सपोर्टर है जिनके यहां विदेश से भी कस्टमर लगातार आते रहते हैं। समस्याओं के समाधान के प्रति नगर निगम की लचर कार्यप्रणाली से उनके मन में भी इस औद्योगिक क्षेत्र के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण बन रहा है। फेडरेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी ओर से सीवर ओवरफ्लो के संबंध में जेई अंकित और कार्यकारी अभियंता गोपाल कलावत से कई बार शिकायत की जा चुकी है फिर भी मामला जस का तस है।  उनकी ओर से अभी तक इस समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। 



इस औद्योगिक क्षेत्र में वर्षा जल निकासी को लेकर ठोस प्रबंध करने की जरूरत है। जब भी मौसमी बारिश में औद्योगिक क्षेत्र की हालत जलभराव से खराब है तो मानसून के सीजन में क्या हाल होगा। इसलिए नगर निगम गुरुग्राम को युद्ध स्तर पर वर्षा जल निकासी के प्रबंध के कार्य में जुट जाना चाहिए। औद्योगिक बेहतरी, विकास और निवेश के लिए जरूरी है। सेक्टर 37 औद्योगिक क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। ऐसे में बुनियादी सुविधाओं का अभाव उचित नहीं है। इस औद्योगिक क्षेत्र के पेस सिटी एक और दो मैं सीवर ओवरफ्लो और वर्षा जल सड़क पर जमा है। यहां के प्लॉट नंबर 711 और 708 के सामने भरा सीवर और वर्षा जल के कारण लोगों का आना जाना दुश्वार हो गया है।

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