जल है तो कल है, जल ही जीवन है।
जल संरक्षण अभियान’ से जुडे़ डी.पी.जी आई.टी.एम कॉलेज के स्टॉफ
पानी को सहेजने के लिए जल संरक्षण कार्यक्रम के साथ स्कूल और कॉलेज भी जुड़ते जा रहे हैं। इसी कड़ी में जल को बचाने के लिए गुरुग्राम के सेक्टर 34 में स्थित डी.पी.जी. इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (इंजीनियरिंग कॉलेज) के स्टॉफ ने मिलकर एक साथ जल संरक्षण की शपथ ली। जिसमें मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ प्रीति गहलोत जी और रजिस्ट्रार टी.आर नरूला जी ने कॉलेज स्टाफ को जल को बचाने के लिए शपथ दिलवाई।
गहलोत जी ने बताया कि पानी की हर एक बूंद कीमती है। प्रत्येक जीवित प्राणी चाहे वे मानव हों, पशु हों अथवा पौधों को यहां जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है इसलिए हमें बारिश की भी एक-एक बूंद को सहेज लेना चाहिए। देश में कई राज्य ऐसे भी हैं, जहां लोगों को अपने दैनिक उपयोग के लिए पीने योग्य पानी प्राप्त करने के लिए या तो बहुत अधिक शुल्क देना पड़ता है अथवा सैकड़ों मील दूर जाना पड़ता है। जल सभी जीवित प्राणियों के लिए इतना महत्वपूर्ण घटक है कि अगर हम अभी भी इसे संरक्षित करने का उपाय नहीं खोजते हैं, तो पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने कॉलेज के स्टॉफ से अपील करते हुए कहा कि जल को बचाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
इस अवसर पर कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी कर्नल के.एस ठाकरान, डॉ रिम्मी सिंह, डॉ सिम्पी, देवजानी भट्टाचार्य, वंदना कौशिक, डॉ पायल, यश धनकड़, भूदेव दीक्षित, नेहा माथुर, प्रवीन मेहता, रेनू वढेरा, श्वाती, रमेश चन्द्र, विकास वधावन, सोनू यादव आदि उपस्थित थे।
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