श्री शक्ति मंदिर में सैकड़ों लोगों ने एक साथ किया सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं महाआरती का आयोजन, पंकज पाठक

 ग्यारहवे मंगलवार को श्रीराम सोसाइटी लक्ष्मण विहार स्थित श्री शक्ति मंदिर में सैकड़ों लोगों ने एक साथ किया सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं महाआरती का आयोजन, पंकज पाठक



गुरुग्राम,04 जुलाई 2023। सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ की श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवी पंकज पाठक की अगुवाई में हर मंगलवार की तरह इस बार ग्यारहवे मंगलवार को श्रीराम सोसाइटी लक्ष्मण विहार स्थित श्री शक्ति मंदिर परिसर में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ एवं महाआरती का आयोजन किया गया जिसमें ना केवल लक्ष्मण विहार से पुरुष बल्कि महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए। बल्कि लक्ष्मण विहार के बाहर से भी अन्य भक्तों ने भी हनुमान जी के चरणों में हाजिरी लगायी,सर्वप्रथम ठीक नियत समय सायं साढ़े 7 बजे राम भक्त हनुमान के जयकारे के साथ हनुमान चालीसा का संगीतमय पाठ किया गया। इस दौरान शंखनाद भी किया जाता रहा। इसके उपरांत हनुमान जी की महाआरती की गई । फिर अंत में भोग प्रसाद का वितरण किया गया।

ब्राह्मण समाज ने एक माला में आदि काल से सनातनियों को सहेजने और संस्कार मार्ग से जोड़ने रखने का काम किया, शास्त्री श्री श्याम पाठक भागवताचार्य

शास्त्री श्री श्याम पाठक भागवताचार्य ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने एक माला में आदि काल से सनातनियों को सहेजने और संस्कार मार्ग से जोड़ने रखने का काम किया। ब्राह्मणों ने ही सनातन धर्म के महत्त्व को सर्व समाज को समझाया और धर्म से जोड़े रखने का काम आज भी कर रहे हैं। यही नहीं, जन्म से लेकर मृत्यु तक के 16 संस्कारों से भी अवगत कराया। विस्तार से समाज में सनातनियों की अलग अलग भूमिका के बारे में बताया और कहा कि पंकज पाठक आज भी इसके समवाहक बने हुए हैं।वह श्रीराम सोसाइटी की ओर से हर मंगलवार को श्री शक्ति मंदिर में आयोजित सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं । उन्होंने समाज को एक सूत्र में बांधने और सनातनियों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम के आयोजक पंकज पाठक और विनोद सुदान के प्रति आभार प्रकट किया। कलयुग में भगवान श्रीराम भक्त हनुमान ऐसे साक्षात और जाग्रत देव हैं जो थोड़ी सी पूजा से जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते हैं। हनुमान जी की उपासना से सुख, शांति, आरोग्य एवं लाभ की प्राप्ति होती है। नकारात्मक शक्तियां भी हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करती। हनुमानजी की महिमा और भक्त हितकारी स्वभाव को देखते हुए तुलसीदासजी ने हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा की रचना की थी। इस चालीसा का नियमित या मंगलवार, शनिवार को पाठ करने के बहुत से चमत्कारी लाभ मिलते हैं। मंगल, शनि एवं पितृ दोषों से मुक्ति कि लिए भी हनुमान चालीसा का पाठ लाभकारी है।

शंखनाद प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा जो सौर्य कौशिक ने नवरत्न शंख से नाद किया।

इस मंगलवार को भी शंखनाद प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा जो छोटे से बच्चे सौर्य कौशिक ने नवरत्न शंख से नाद किया। जिस तरह से बजरंग बली ने कहा था कि- “राम काज कीजै बिना मोहि कहां विश्राम..” ठीक उसी तरह हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोग देने वालों ने विशालता प्रदान करने के लिए हर संभव कोशिश की है। यह प्रयास हर मंगलवार को जारी रहेगा।

समाजसेवी पंकज पाठक का सभी भक्तों से निवेदन 

इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों की अपेक्षा है कि मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ के लिए सभी लोग अपने परिवार सहित समय निकालकर पहुंचें। परिजनों और इष्ट मित्रों की यह संख्या श्री शक्ति मंदिर में बढ़ने लगी है। इस मंगलवार को नगर जनों में दोगुना उत्साह देखने को मिला। श्री हनुमान चालीसा पाठ में शामिल लोगों द्वारा इस आयोजन की जहां सराहना की जा रही है  वहीं आयोजन से जुड़े लोग भी नगर जनों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने से नहीं चूक रहे। इस श्रृंखला को आगे बढ़ाने की हर संभव कोशिश आयोजन से जुड़े सभी लोगों द्वारा की जा रही है। आयोजन में अपने सामर्थ्य और क्षमता के अनुसार हर किसी के द्वारा सहयोग किया जा रहा है। नगर जनों से यह भी अपेक्षा है कि वह भले ही सहयोग ना कर सकें लेकिन हर मंगलवार को शाम 7:00 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में जरूर हिस्सा लेवें।



छोटा सा अभियान ले रहा है बड़ा स्वरूप बजरंगबली की कृपा है, विनोद सुदान

वहीं हनुमान भक्त विनोद सुदान ने कहा कि सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ की शुरुआत पांच लोगों से की गई थी। लेकिन आज सैकड़ों की संख्या में भक्त पहुंचकर जुट रहे हैं। भक्तों की भावना को देखते हुए हमारे पंकज पाठक जी के संगठन के द्वारा लक्ष्मण विहार के अन्य मंदिरों में भी सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन शुरू होने जा रहा है। और इस नेक कार्य में आज हर हिंदू की इच्छा है कि हम संगठित हो। जिसका परिणाम है कि यह छोटा सा अभियान बड़ा स्वरूप ले रहा है।

इस मौके पर आयोजन में शास्त्री श्री श्याम पाठक भागवताचार्य ,विनोद सुदान,स्नेहलता,आयुष,रमेश चंद्र शर्मा,सौर्य कौसिक,सुनील,संतोष,देव,तमन्ना,रुपाली,वर्षा,राज कुमार ,सुनील,विनीत,विनय,आनंद, प्रशांत भरद्वाज, कुशल योगी,महेंद्र राठी,सुनील,विनीत,विनय,आनंद,नीलेश सिंह, वेद प्रकाश,विष्णु दत्त गौर, संजय मेहरा,सत्या , योगिता, कनक,महिमा,कृष्ण,देव,   लता,ख़ुशी,पिंकी,नवी,धनंजय संदीप,आयुष, संतोष ठाकुर , राज कुमार ,सुनील ,पंकज पाठक,के अलावा अनेक गणमान्य लोगों द्वारा प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया गया है और उपस्थित भी रहे।

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