डीपीजी आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में नए सत्र का शुभारंभ
गुरुग्राम के सेक्टर 34 में स्थित डीपीजी आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाने वाले नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम ’आरंभ 2023’ का दो दिवसीय आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कॉलेज के वाइस प्रेसिडेंट श्री विजेंद्र गहलोत जी, सेक्रेटरी श्री सुरेंद्र गहलोत जी एडवोकेट, कॉलेज के डॉयरेक्टर प्रोफेसर आरसी कुहाड, रजिस्ट्रार, श्री टीआर नरूला, प्रशासनिक अधिकारी कर्नल कमल सिंह ठाकरान, डीन डॉक्टर मुकेश यादव तथा अन्य कॉलेज के प्राध्यापकगण उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में कम्युनिटी कॉलेज ऑफ स्किल डेवलपमेंट जेसी बोस विश्वविद्यालय फरीदाबाद के पूर्व डायरेक्टर श्री गोपीकृष्ण बाली भी विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ कालेज सेक्रेटरी श्री सुरेंद्र गहलोत जी एडवोकेट तथा अन्य प्रमुख स्टाफ के सदस्यों द्वारा ज्ञान की देवी मां सरस्वती जी की प्रतिमा के सम्मुख ज्योति प्रज्वलित करके किया गया तथा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का श्री गणेश किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से नए विद्यार्थियों को नए परिवेश में अवगत कराया गया तथा उन्हें उनके कोर्स के पाठ्यक्रम के उपलक्ष में आवश्यक जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में अंतर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने अपनी विभिन्न उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के माध्यम से सभी दर्शकों का मन मोह लिया। कॉलेज प्रबंधन कमेटी के जनरल सेक्रेटरी श्री सुरेंद्र गहलोत ने अपने संबोधन में नव आगंतुक छात्र-छात्राओं को कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए बधाई दी तथा उन्हें हर प्रकार की सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कॉलेज में हॉस्टल की सुविधा हर प्रकार की खेल प्रतियोगिता का प्रावधान तथा कॉलेज में स्थित दो विशाल लाइब्रेरी से अवगत कराया। उन्होंने जरूरतमंद विद्यार्थियों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा प्रदान करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
इसी श्रृंखला में कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कॉलेज के डॉयरेक्टर प्रोफेसर आरसी कोहाड जी ने दोनों दिन विद्यार्थियों को हर प्रकार के ज्ञान से ओत-प्रोत किया। प्रोफेसर आरसी कुहाड जी ने अंग्रेजी के शब्द स्टूडेंट के 7 अक्षरों की बड़ी सुंदर व्याख्या की और विद्यार्थियों में क्या-क्या गुण होने चाहिए इस विषय पर विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने छात्रों को अच्छा इंसान बनने के गुणसूत्र भी बताएं। प्रोफेसर कुहाड जी ने भारतीय संस्कृति सभ्यता के कई उदाहरण देते हुए समझाया कि व्यक्ति को गुणवान कैसे बनाया जा सकता है। कॉलेज के रजिस्टर श्री नरूला जी ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए भारतीय वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया तथा जीवन में प्रार्थना के महत्व को समझाया। उन्होंने विद्यार्थियों को ऑलराउंड उन्नति के लिए उच्च कोटि की गतिविधियां अपनाने पर बल दिया।
इस कार्यक्रम में आमंत्रित मुख्य अतिथि श्री गोपीकृष्ण बाली जी ने जीवन में प्रसंनचित्त रहने तथा खुशियां बांटने के महत्व पर प्रकाश डाला। कॉलेज के डीन आफ एकेडमिक डॉ मुकेश यादव ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को कॉलेज के बारे में संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कॉलेज की कार्य प्रणाली तथा महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए गए शिक्षा संबंधी सभी नियम, कायदे और कानून की विशेष जानकारी विद्यार्थियों को दी। इस कार्यक्रम के दौरान टीपीओ प्रोफेसर स्वाती भारद्वाज ने सबको ज्ञान की प्रक्रिया का अनुभव कराया तथा विद्यार्थियों को ध्यान साधना का महत्व समझाया। उन्होंने कॉलेज की टीपीओे होने के नाते कॉलेज के विद्यार्थियों को नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया तथा कॉलेज के ऐसे पूर्व विद्यार्थियों को महिमा मंडित भी किया। इन पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव से सबको अवगत कराया। इस कार्यक्रम के दौरान नव-आगंतुक विद्यार्थियों को सभी विभागों एवं संकायों का परिचय दिया गया तथा विभिन्न प्रकार की क्लब की जानकारी भी उन्हें दी गई।
इस कार्यक्रम के दौरान नव-आगंतुक विद्यार्थियों में से मिस्टर ओरिएंटेशन एवं मिस ओरिएंटेशन का चयन किया गया। मिस्टर ओरिएंटेशन के विजेता का पुरस्कार बीसीए के विद्यार्थी अमन को दिया गया तथा कंसोलेशन पुरस्कार बीसीए के छात्र कृष्ण मंगला तथा जसकरण प्रीत को दिया गया। मिस ओरिएंटेशन का पुरस्कार बीटेक की छात्रा तनीषा को मिला तथा कंसोलेशन पुरस्कार बीसीए की छात्रा सृष्टि को दिया गया। आयोजक टीम में प्रोफेसर डॉक्टर रिमी सिंह के साथ मंच की संचालिका वंदना कौशिक तथा आकांक्षा कुलश्रेष्ठ शामिल थीं। इस आयोजन के सहयोगकर्ताओं में रश्मि वर्मा, डॉ भावना, यश धनखड़, मोनिका ठाकरान, नेहा शर्मा, सागर पारूथी, देवजनी भट्टाचार्य, हरदीप ठाकरान, सुमित कुमार, रमेश चन्द्र, विकास वधावन, आदि ने विशेष रूप से अपना कीमती योगदान दिया। कार्यक्रम के अंत में कर्नल कमल सिंह ठाकरान ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया।
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