गुरुग्राम:
शहीद यादगार मंच के अध्यक्ष श्रीपाल शर्मा ने बताया कि सेक्टर 4 कम्युनिटी सेंटर मैं टीचर डे मनाया गया और महापुरुषों की मूर्ति लगाने के लिए भी विचार विमर्श हुआ जिसमें कई संस्थाओं के प्रतिनिधि और सैकड़ो लोग शामिल हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता शहीद यादगार मंच के संरक्षक श्री कल्याण सिंह शर्मा ने की मुख्य अतिथि सेक्टर 4 और 7 उर्वा के प्रधान धर्म सागर जी न्यू प्रयास से श्री के आर शर्मा जी विशिष्ट अतिथि के तौर पर समाजसेवी मनोज भारद्वाज और लाइंस क्लब के प्रधान व यूथ सोशल एंड कल्चरल एसोसिएशन से प्रमोद जी मंच संचालन पंकज पाठक ने किया और मुख्य वक्ता शहीद यादगार मंच के अध्यक्ष कादीपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन अध्यक्ष राष्ट्रीय परशुराम परिषद गुरुग्राम के जिला अध्यक्ष श्रीपाल शर्मा ने बताया की टीचर डे गुरु और शिष्य के मान सम्मान का दिन है
आज यह नाता भी धूमिल होता जा रहा है इस पर हमें विशेष ध्यान देना होगा पुरानी संस्कृति के अनुसार जो गुरुओं का मान सम्मान होता था उस तरह बच्चों को शिक्षित करना होगा दूसरा जिन महापुरुषों ने हिंदुस्तान की जनता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया अपने प्राणों तक की बाजी लगा दी उनको हमें हर संभव याद रखना चाहिए गुरुग्राम शहर के अंदर चौक चौराहे पार्क आदि महापुरुषों के नाम पर हो शहर के बाहर एंट्री गेट बने जो गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर हो नेताजी सुभाष चंद्र बोस चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह राजगुरु सुखदेव स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुषों की स्टैचू (मूर्ति) लगे
जिससे लोगों के अंदर जागरूकता पैदा हो और नई पीढ़ी उनके विचारों से उनके चरित्र से सीख ले सके और देशभक्ति की भावना पैदा हो जिनकी वजह से आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं श्रीपाल शर्मा ने बताया इस मीटिंग में लगभग 25 अध्यापिकाओं को स्वामी विवेकानंद की फोटो स्मृति चिन्ह के रूप में देकर सम्मानित किया गया और बाकी गणमान्य लोगों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह जैसे महापुरुषों की फोटो स्मृति चिन्ह के रूप में देकर सम्मानित किया गया और महापुरुषों की मूर्ति लगाने के लिए प्रस्ताव पास किया गया समाजसेवी श्रीपाल शर्मा ने सभी से निवेदन किया की मूर्ति लगाने के लिए इस सामूहिक हवन में अपनी अपनी श्रद्धा के अनुसार आहुति जरूर दें और हम आप सभी से अपील करते हैं इस कार्य में तन मन और धन हर तरह से सहयोग करें आप सभी महानुभावों का कार्यक्रम में पहुंचने पर बहुत-बहुत धन्यवाद
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