राधा तत्व ही जीवन का सार है- राम कृपाल त्रिपाठी

राधा तत्व ही जीवन का सार है- राम कृपाल त्रिपाठी

श्री स्वामी हरिदास जी पाटोत्सव मनाय गया 

श्री स्वामी हरिदास स्मृति सम्मान से प्रताप नारायण सम्मानित

वृंदावन गोपालखार स्थित हरिदास धाम में विश्व वैष्णव सेवा संघ द्वारा श्री राधा जन्मोत्सव एवं रसिक शेखर, सारस्वत कुलभूषण संगीत सम्राट स्वामी श्री हरिदास जी महाराज का पटोत्सव स्वामी बाल योगेश्वरानंदजी की  अध्यक्षता में मनाया गया जिसमें नृत्य एवं संगीत के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ओडिसी नृत्यकार गुरु प्रताप नारायण का प्रशस्ति पत्र एवं शॉल उड़ा कर श्री गोस्वामी आनंद वल्लभ जी के द्वारा सम्मान किया गया इस अवसर पर नारायण प्रताप ने अपने उद्बोधन में कहा नृत्य एवं संगीत ही रसमय जीवन बनाकर प्राणी को आनंद की अनुभूति कराता है और दीर्घ जीवी बनाता है, उन्होंने कहा संगीत एवं नृत्य ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जो प्राणी में प्रेम एवं सद्भाव जागृत कर भेदभाव को मिटाता है। गान कला गंधर्व स्वामी हरिदास सम्मान से मैं गद गद अनुभव कर रहा हूं l

इस अवसर पर विद्वान डा. रामकृपाल त्रिपाठी ने कहा कि राधा तत्व ही जीवन का सार है तथा आत्मा एवं परमात्मा के तारतम्य को मिलाने  वाला साधन है। स्वामी हरिदास जी तानसेन एवं गैजु बाबरा के गुरु थे l 

आचार्य बद्रीश जी ने कहा कि राधा नाम का आश्रय लेकर जीव के विकारों को दूर कर उसे रसमय बनती है।

डॉक्टर मनोज मोहन शास्त्री जी एवं बुद्धि प्रकाश जी ने कहा कि राधा तत्व ही सार्वभौम सत्य है इसके अतिरिक्त सबमिथ्या है l हमें राधा तत्व से आत्मसात  करना चाहिए। स्वामी हरिदास जी की उपासना अनूठी हैl

डॉक्टर रमेश चंद्राचार्य जी एवं पंडित  सुरेश शास्त्री जी ने कहा कि राधा नाम की शक्ति को कोई नकार नहीं सकता राधा नाम मनुष्य के जीवन का संचरन करता है।

इस अवसर पर जगदीश शास्त्री,साध्वी माधवी देवी,आचार्य राजेश कृष्ण शास्त्री,आचार्य गौरव शर्मा एवं पंडित राकेश शर्मा, प्रिया शरण भक्तमाली, ब्रह्मचारी विमल चैतन्य जी ने भी राधा तत्व पर अपने विचार प्रकट किये तथा स्वामी जी पर अपनी भावांजलि प्रस्तुत की।

 कार्यक्रम में स्वामी हरदेवानंद जी महाराज,जुगल किशोर कटारे जी,देवेंद्र शर्मा जी,संतोष चतुर्वेदी,नीरज गौड़,अविनाश शर्मा,जानकी शरण जी,नीरज चतुर्वेदी,हरीश शर्मा आदि उपस्थित रहे।

संचालक पंडित जगदीश नीलम जी ने किया तथा धन्यवाद व्यापम संस्था के अध्यक्ष आचार्य आनंदवल्लभ गोस्वामी ने किया।


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