भरत मिलाप की बड़ी ही संवेदनशील लीला का मंचन किया जाता है

 श्री गुरु द्रोणाचार्य रामलीला क्लब गुरुग्राम गांव की लीला में निषाद राज श्री राम जी से मिलने की लीला व उसके बाद भरत जी अपनी माताओं व लोगों को लेकर श्री राम जी से मिलने वनों में निकलते हैं वहां भरत मिलाप की बड़ी ही संवेदनशील लीला का मंचन किया जाता है |

उसके पश्चात श्रभंग ऋषि श्री राम जी से मिलते हैं, उसके पश्चात वनों में टहलते हुए शूर्पणखा श्री राम जी को माता सीता व लक्ष्मण जी को देखते हैं उसके मन में भाव आता है कि वह क्यों ना इन दोनों सुंदर युवक में से किसी एक से विवाह करें वह उनको बहुत ही लुभाने की कोशिश करती है परंतु श्री राम जी व लक्ष्मण जी उसके बहकावे में कतई नहीं आते अंत में अति हो जाने के पश्चात श्री लक्ष्मण जी अपनी तलवार से उसकी नाक काट देते हैं उसके बाद शूर्पणखा खर–दूषण के दरबार में जाकर सारी बातें बताती है |  क्रोधित होकर खर–दूषण व अन्य राक्षस श्री राम जी से लड़ने के लिए निकल पड़ते हैं व श्री राम जी सभी राक्षसों का संहार कर देते हैं | 

रामलीला के डायरेक्टर श्री मनोज सैनी ने बताया कि असल ज़िंदगी में सीता जी भूमिका में नवीन एक बड़े गौ सेवक भी है, बीमार गायों की सेवा व उनको दवाई देते हुए इनको अक्सर देखा जा सकता है | 



रामलीला के चेयरमैन श्री महासिंह कटारिया जी ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष की मंच के माध्यम से लोगों को सामाजिक संदेश दिए जाएंगे | लीला के मंच के माध्यम से साइबर क्राइम से संबंधित एसीपी प्रियांशु दीवान जी व दर्शकों के समक्ष एक नाटक का मंचन किया गया व संदेश दिया गया की कुछ लोग आकर्षक ऑफर दिखाकर ओटीपी मांगने वाले आपका बैंक खाता खाली कर देते हैं |  मंच के माध्यम से श्री प्रियांशु दीवान, एसीपी हरियाणा पुलिस ने लोगों को साइबर सिक्योरिटी के बारे में बताया कि वह किसी भी व्यक्ति को अपना अपना ओटीपी शेयर ना करें |

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