गुरुग्राम: 15 अक्टूबर, 2023, आज भारत में प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा गायों का वध किया जा रहा है, उन्हें बचाने का एकमात्र उपाय है कि गऊ माता को राष्ट्र माता का सम्मान दिलाया जाए। अत: गोपाष्टमी 20 नवंबर, 2023 को राम लीला के मैदान, नई दिल्ली में प्रात: 9:00 बजे अधिक से अधिक लोग आंदोलन हेतु पहुंचें ।
गौ मूत्र में "गंगा" का निवास है, "सोना" भी इसका एक मूल तत्व है। गौ के गोबर में लक्ष्मी का वास होता है। गंगा से गौ का स्थान उच्च है क्योंकि गंगा गोमुख से निकली है। उक्त शब्द पूज्य संत गोपाल मणी जी महाराज ने तीन दिवसीय दिव्य धेनु मानस गौ कथा के दूसरे दिवस पर बोलते हुए कहे।
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि गौ प्रेमी सेवा संघ को सभी इच्छुक परिवारों को भारतीय नस्ल की गौ प्रदान करनी चाहिए। धेनु मानस ग्रंथ सभी वेद, पुराणों एवं उपनिषदों का सार है अत: गौ की महिमा को जानने के लिए इसे सभी को पढ़ना चाहिए । एक बात सभी को समझ लेनी चाहिए की जहां गौ का आसूं गिरता है वहां जप, तप, तर्पण एवं यज्ञ खत्म हो जाता है। इसलिए सभी को नित्य गौ ग्रास निकालना चाहिए और गौ से उत्पादित पदार्थों का प्रयोग करना चाहिए।
आज से नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं, अत: नियम और प्रेम का पालन करना चाहिए। गौ माता में तीनों शक्तियों यथा महालक्ष्मी, महाकाली और महासरस्वती का वास है ।
इस तीन दिवसीय कथा का आयोजन गौ प्रेमी सेवा संघ, भारतीय गौ क्रांति मंच, माधव गौ सेवा धाम व ऑल स्किल एण्ड रिसर्च फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में सेक्टर 10 ए के कम्युनिटी सेंटर हाल, गुरुग्राम में 14 से 16 अक्टूबर, 2023 तक किया जा रहा है।
गौकथा के दूसरे दिन का शुभारंभ नवरात्रि की पूजा के साथ हुआ, जिसमें अनेकों यजमानों ने भक्ति भाव से भाग लिया ।
कथा के दौरान - श्री मदन अग्रवाल जी - समाज सेवी, डायरेक्टर वी मार्ट, श्री प्रदीप बंसल जी - गौभक्त, भगवत प्रेमी, सुप्रसिद्ध व्यवसाई, गुरुग्राम, श्री नरेश सिंगला जी- सदस्य गौप्रेमी सेवा संघ, श्री अनिल गोयल जी - समाज सेवी, श्री अनिल कुमार मित्तल जी- समाज सेवी व गायक, श्री हरीश कुमार बंसल जी - समाज सेवी उपस्थित रहे। सभी को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया ।
आज रविवार छुट्टी का दिन होने से कथा में गौभक्तो की भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने कथा का श्रवण किया व भजनों पर झूम उठे। कथा स्थल पर "धेनु मानस ग्रंथ" की बिक्री हेतु स्टाल भी लगाया गया। गौ आरती के पश्चात कथा का समापन प्रसाद वितरण व सभी श्रद्धालुओ के लिए भोजन की व्यवस्था की गई।
सभी भक्तो से निवेदन है कि कल कथा के अंतिम दिन भी इसी उत्साह के साथ अधिक से अधिक संख्या में दोपहर 2:00 से 5:00 बजे गौ कथा के श्रवण हेतू कथा स्थल पर पधारे और गौमाता का आशीष पाकर पुण्य के भागीदार बनें ।
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