GU में "परमाणु ट्रैक और विकिरण माप" विषय पर पांच दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन, देश-विदेश से जुटे विद्वान

 GU में "परमाणु ट्रैक और विकिरण माप" विषय पर पांच दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन, देश-विदेश से जुटे विद्वान

 28th ICNTRM-2023 पर आधारित "बुक ऑफ़ एबस्ट्रैक्ट्स" का विमोचन भी किया


10 से अधिक देशों  के शोधकर्ता एवं वैज्ञानिकों ने भाग लिया


विकिरण माप और अन्य अनुप्रयोगों के क्षेत्र में क्रांति लाने में सॉलिड स्टेट न्यूक्लियर ट्रैक डिटेक्टरों द्वारा निभाई गई अपरिहार्य भूमिका को पहचानना अनिवार्य है। : प्रो. दिनेश कुमार, कुलपति, गुरुग्राम विश्वविद्यालय

गुरुग्राम : सोमवार 6 नवंबर को गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में "परमाणु ट्रैक और विकिरण माप" विषय पर आयोजित पांच दिवसीय 28th इंटरनेशनल कांफ्रेंस का शुभारम्भ कांफ्रेंस में उपस्थित माननीय अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया  इंटरनेशनल न्यूक्लियर ट्रैक सोसाइटी और गुरुग्राम यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम, हरियाणा (भारत) द्वारा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र और अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़, हरियाणा के सहयोग से ये इंटरनेशनल कांफ्रेंस गुरुग्राम विवि. के सभागार में आयोजित की गयी । उद्घाटन समारोह में गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने मुख्य अतिथि जबकि प्रो. अशोक कुमार नागावत,कुलपति डीएसईयू, और एनएसयूटी ने विशिष्ट अतिथि ,के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की । इस मौके पर माननीय अतिथियों ने 28th ICNTRM-2023 पर आधारित बुक ऑफ़ एबस्ट्रैक्ट्स का विमोचन भी किया । कांफ्रेंस अध्यक्ष  प्रो. राजेश कुमार ने स्वागत भाषण दिया । इस अंतराष्ट्रीय सम्मलेन में कोरिया, चेक रिपब्लिक, इटली, नार्थ टेक्सास, रशिया, बुल्गारिया,फ्रांस, चाइना,नेपाल,जापान, अल्जीरिया,देशों के शोधकर्ता एवं वैज्ञानिकों ने भाग लेते हुए संबंधित विषय पर अपने विचार रखे । आईएनटीएस के अध्यक्ष डॉ. आरपी चौहान  ने इंटरनेशनल कांफ्रेंस के लक्ष्यों के बारे में सभी को जानकारी देते हुए बताया कि इंटरनेशनल न्यूक्लियर ट्रैक सोसाइटी की स्थापना परमाणु-संबंधित अनुसंधान और विकास और नई तकनीक में काम करने वाले अनुसंधान समुदाय ने की । पहला सम्मेलन, जिसका नाम "कोलोक्वियम ऑन कॉर्पस्कुलर फोटोग्राफी" था, 1957 में स्ट्रासबर्ग (फ्रांस) में आयोजित किया गया था। 1976 में म्यूनिख (जर्मनी) में इसका नाम बदलकर "ठोस में परमाणु ट्रैक पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन" कर दिया गया, अब की बार यह कांफ्रेंस भारत में गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में आयोजित की गयी है, 3 वर्ष में एक बार इस कांफ्रेंस का आयोजन किया जाता है । इस मौके पर कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि की भूमिका निभा रहे गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश से आए शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं,वैज्ञानिकों  का कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परमाणु ट्रैक डिटेक्टरों और विकिरण मापन (आईसीएनटीआरएम-2023) पर 28वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में आज आपके सामने खड़ा होकर मैं वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह सम्मेलन परमाणु विज्ञान के क्षेत्र और इसके बहुमुखी अनुप्रयोगों को आगे बढ़ाने के लिए हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में खड़ा है। दुनिया भर से प्रतिभाशाली दिमागों का एक साथ आना हमारे लिए सौभाग्य की बात है, जो विकिरण और उसके मापन के रहस्यों को जानने के हमारे प्रयास में एकजुट हैं। विकिरण माप और अन्य अनुप्रयोगों के क्षेत्र में क्रांति लाने में सॉलिड स्टेट न्यूक्लियर ट्रैक डिटेक्टरों (एसएसएनटीडी) द्वारा निभाई गई अपरिहार्य भूमिका को पहचानना अनिवार्य है। इन डिटेक्टरों ने पारंपरिक परमाणु विज्ञान की सीमाओं को पार कर लिया है, जो हमें विकिरण डोसिमेट्री, न्यूट्रॉन फ्लक्स माप और विभिन्न अन्य महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों की गहन समझ प्रदान करते हैं। वही दूसरी और विशिष्ठ अतिथि प्रो. अशोक कुमार नागावत ने उन सकारात्मक तरीकों पर विचार-विमर्श किया जिनसे परमाणु विज्ञान का उपयोग मानव जाति और मानवता की भलाई के लिए किया जा सकता है । इस अवसर पर अग्रवाल कॉलेज के प्राचार्य एवं कांफ्रेंस अध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत ने धन्यंवाद ज्ञापन किया । इस मौके पर गुरुग्राम विवि. के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह, डॉ. सुभाष कुंडू, प्रो. अभय यादव, मौहम्मद रफ़ीक,डॉ. प्रताप सिंह, प्रो. सरला, समेत विवि. के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे ।

Post a Comment

0 Comments