परिवार पहचान प्राधिकरण का जागरूकता अभियान साबित हो रहा बेहद प्रभावशाली– हरियाणा के पात्र नागरिक फैमिली आईडी और DBT से हो रहे लाभान्वित, मुख्यमंत्री को चारों ओर हो रही प्रशंसा।
चंडीगढ़, सुरेंद्र गौड़
हरियाणा सरकार द्वारा संचालित परिवार पहचान प्राधिकरण (PPP) पूरे प्रदेश में व्यापक जागरूकता अभियान चला रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि प्रदेश का हर पात्र नागरिक सरकारी योजनाओं का सही और समयबद्ध लाभ प्राप्त कर सके। प्राधिकरण द्वारा प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इन अभियानों के माध्यम से नागरिकों को न केवल फैमिली आईडी (Family ID) की उपयोगिता समझाई जा रही है, बल्कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली के माध्यम से सीधे लाभ का अनुभव भी कराया जा रहा है।
परिवार पहचान प्राधिकरण के स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ.सतीश खोला ने अपने दौरों के दौरान बताया कि फैमिली आईडी को लेकर आम नागरिकों में गहरा उत्साह और संतोष देखने को मिल रहा है। लोग खुले दिल से इस व्यवस्था की सराहना कर रहे हैं, क्योंकि इस प्रणाली ने जटिलताओं को कम करते हुए सरकारी लाभ सीधे पात्र परिवारों तक पहुँचाना सुनिश्चित किया है उन्होंने कहा कि फैमिली आईडी से सरकार के पास प्रत्येक परिवार का अद्यतन और सटीक डाटाबेस उपलब्ध है। यही वजह है कि किसी भी नागरिक को अब इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता और योजनाओं का लाभ स्वतः पात्रता के आधार पर पहुँचता है। इस पहल ने पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत किया है।DBT से मिल रहा सीधा लाभ
फैमिली आईडी आधारित DBT प्रणाली ने हजारों पात्र परिवारों को राहत दी है। स्टेट कोऑर्डिनेटर के अनुसार, पहले योजनाओं का लाभ लेने के लिए नागरिकों को अनेक विभागों के चक्कर लगाने पड़ते थे। लेकिन अब बैंक खातों में सीधा लाभांतरण हो रहा है, जिससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत हो रही है।
नागरिकों ने भी इस व्यवस्था को “सरकार की पारदर्शी और संवेदनशील सोच” करार देते हुए कहा कि DBT ने भ्रष्टाचार की गुंजाइश को लगभग खत्म कर दिया है।
प्राधिकरण के स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ.सतीश खोला ने बताया कि अभी तक करनाल, पानीपत, नूह, यमुनानगर, जींद, झज्जर, सोनीपत, पलवल, फरीदाबाद, महेंद्रगढ़,भिवानी और रेवाड़ी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। आने वाले समय में शेष जिलों में भी इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।प्राधिकरण का लक्ष्य है कि हर नागरिक तक फैमिली आईडी और DBT प्रणाली की जानकारी पहुँचाई जाए ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रह सके।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा प्रारंभ की गई लाडो लक्ष्मी योजना भी जागरूकता अभियानों में चर्चा का प्रमुख विषय बनी हुई है। इस योजना ने विशेष रूप से बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने की दिशा में ठोस कदम रखा है।इस योजना के अंतर्गत हरियाणा सरकार महिलाओं तथा युवतियों को 2100 रुपए महीने देगी यह पहल समाज में महिलाओं ,बेटियों के सम्मान, सुरक्षा और प्रोत्साहन की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।
स्टेट कोऑर्डिनेटर ने बताया कि जिन जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, वहाँ लाडो लक्ष्मी योजना के प्रति नागरिकों में विशेष उत्साह देखा गया। लोगों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी की इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए उनकी खुलकर सराहना की।मुख्यमंत्री नायब सैनी का स्पष्ट कहना है कि सरकार का ध्येय है – “पात्र व्यक्ति को पूरा अधिकार और लाभ, बिना किसी भेदभाव के।”
फैमिली आईडी इसी सोच का सशक्त माध्यम बनी है।सरकार का मानना है कि जब प्रत्येक पात्र परिवार को योजनाओं का लाभ स्वतः मिलेगा, तभी समाज में वास्तविक समानता और विकास संभव है।परिवार पहचान प्राधिकरण का यह जागरूकता अभियान केवल तकनीकी सुधार नहीं, बल्कि सुशासन की दिशा में बड़ा कदम है। यह पहल प्रदेश के लाखों परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है।फैमिली आईडी और DBT प्रणाली ने सरकारी सेवाओं तक पहुँच आसान बनाई है और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में भी अहम भूमिका निभाई है