रोशनी देवी ने जीवन जीने की कला सिखाने वाली पुस्तके बिजेंद्र जांघू को भेंट की
गुरुग्राम। रेखा वैष्णव। गत दिनों श्री बिजेंद्र सिंह जांघू ने भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्ति ली। इस खास अवसर पर उनके परिवार, रिश्तेदार और दौलताबाद गांव के लोगों ने मिलकर कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें हृदयपूर्वक सम्मानित किया। पूर्व विधायक स्वर्गीय राकेश दौलताबाद जी के पिता जी , श्री ज़िले सिंह जी उपस्थित रहे, वहीं राकेश जी की माता जी , आदरणीय श्रीमती रोशनी देवी जी (समाजसेवा में सक्रिय) ने भी पूरे मनोयोग से इस आयोजन को स्मरणीय बनाया। कार्यक्रम में परिवार के सदस्य श्री ओम प्रकाश जी, श्री अत्तर सिंह जी एवं अधिवक्ता श्री बी.एस. चौधरी भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती रोशनी देवी ने श्री जांघू को प्रेम रावत द्वारा रचित पुस्तकें “स्वयं की आवाज़” और “स्वांस” भेंट कीं, जिससे उनके सेवानिवृत्ति उपलक्ष्य और भी विशेष हो गया। श्री ज़िले सिंह जी ने भावपूर्ण संबोधन में कहा कि देश सेवा के बाद भी आध्यात्मिक जीवन की ओर ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर बताया कि जब हम अपने भीतर मौजूद स्पष्टता विकल्प और आशा जैसी शक्तियों को पहचानते हैं, तो हमारा जीवन और अधिक आनंदमय, संतोषजनक एवं समृद्ध बन जाता है। इससे न केवल हमारा स्वयं का मनोबल बढ़ता है, बल्कि हम अपने परिवार और समाज में भी प्रसन्नता की लौ जगा सकते हैं।
परिवार के सदस्यों ने यह भी साझा किया कि जो अनुशासन, समर्पण और देशभक्ति के मूल्य श्री जांघू ने अपनी सेवा के दौरान अपनाए, वे उनके आत्मबल का आधार बने रहेंगे। सेवा से निवृत्ति के पश्चात आत्मनिरीक्षण, सकारात्मक दृष्टिकोण और आंतरिक ताकतों को बनाए रखना उनकी जीवनयात्रा में शांति, संतोष और समृद्धि सुनिश्चित करेगा। अंत में पूरे गांव ने मिलकर श्री बिजेंद्र सिंह जांघू को बधाई दी और उनके स्वास्थ्यपूर्ण, आत्मिक रूप से समृद्ध तथा सुखद भविष्य की हार्दिक कामना की।