हानि लाभ, जीवन मरण, यश अपयश विधि हाथ - बोधराज सीकरी

 हानि लाभ, जीवन मरण, यश अपयश विधि हाथ - बोधराज सीकरी


श्मशान घाट की दीवार का गिरना - अत्यंत दु:खदाई और हृदयविदारक घटना - बोधराज सीकरी


गुरुग्राम।  दिनांक 20-4-2024 (शनिवार) को लगभग सायं 5:30 बजे राम बाग श्मशान घाट मदनपुरी गुरुग्राम की अचानक एक दीवार गिरने से दो नवजात शिशु एवं तीन पुरुषों की मौत दिल को हिला देने वाला दृश्य था। हादसे में भयावह अकस्मात हृदयविदारक स्थिति थी। श्री बोध राज सीकरी के कथनानुसार  ईश्वर के चरणों में नतमस्तक हो उसकी लीला को समझने के सिवा इंसान के पास कोई और विकल्प नहीं होता है। उसे स्वीकार करना ही हमारा फ़र्ज़ है।


पंजाबी बिरादरी महासंगठन गुरुग्राम के अध्यक्ष श्री बोधराज सीकरी, जोकि किसी कारणवश गुरुग्राम से बाहर थे, उन्हें जैसे ही घटना की सूचना मिली वह लगातार अपने मित्रों के माध्यम से मृतक परिवार से दूरभाष से संपर्क में रहे और 23 अप्रैल को गुरुग्राम पहुंचते ही पंजाबी बिरादरी महा संगठन के पदाधिकारियों सर्व श्री रामलाल ग्रोवर, धर्मेंद्र बजाज, अनिल कुमार, गजेंद्र गोसाई, किशोरी लाल डुडेजा, रमेश कामरा, गौरी शंकर, रवि मनोचा, हरीश कुमार, नरेश अरोड़ा और पाँच अन्य बिरादरी के लोगों के साथ सभी पांचों मृतक के घरों पर हमदर्दी के लिए अपनी टीम के साथ पहुँचे। साथ ही उन्होंने शोकसंतप्त परिवार के सभी सदस्यों को सांत्वना भी दी। इसके अतिरिक्त सभी उपस्थित बिरादरी के सदस्यों के साथ विचार विमर्श करके पंजाबी बिरादरी महा संगठन की ओर से एक सहयोग राशि सहायता के रूप में भी प्रदान की। बोध राज सीकरी ने दिवंगत आत्मा के परिवार वालों को बताया कि इन हालात में व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता परंतु इंसानियत के नाते हमारा कर्तव्य बन जाता है कि एक तुच्छ राशि से आपकी वित्तीय दृष्टिकोण से मदद की जाये। यह राशि हर परिवार को बिना किसी भेदभाव के चाहे वह किसी जाति या वर्ग का है, दी गई। 


बोध राज सीकरी ने बताया कि जन्म मरण, सुख दु:ख के भोग, हानि लाभ, प्यारों का मिलना बिछुड़ना, यह सब काल के अधीन है। होनी बड़ी बलवान है। ऐसा विचार कर किसी को दोष नहीं दिया जा सकता है। बोध राज सीकरी ने परिवार के सदस्यों को आश्वस्त किया कि भविष्य में किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हुई तो बिरादरी अवश्य करेगी।

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