वृंदावन । प्रेम स्वामी। राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के तत्वावधान में गोधूलि पुरम स्थित श्री हरिदास धाम राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के संस्थापक चंद्र लाल शर्मा की अध्यक्षता में विभिन्न संगठनो की बैठक आहूत की गई।
वक्ताओं ने मुखर रूप से कॉरिडोर का विरोध किया। अयोध्या के महंत श्री रामदास जी महाराज ने कहा के हम अयोध्या का गलियारा देख चुके हैं अभी तक को बेचारे खून के आंसू पी रहे हैं। जब से मैं वृंदावन आया हूं तब से निरंतर ठाकुर श्री बांके बिहारी जी महाराज के दर्शन निरंतर करता हूं लेकिन कॉरिडोर बनाने से मुझे अत्यंत पीड़ा है।
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति संघर्ष न्यास के दिनेश कौशिक ने कहा के वृंदावन की कुंज गलियां विश्व की निधियां हैं। कौशिक ने ठाकुर श्री बांके बिहारी जी का मंदिर सेवायतों का निजी मंदिर है। 500 से अधिक परिवार बांके बिहारी जी की सेवा करते हैं, इस प्रकार ब्राह्मण परिवारों को वही बेदखल करना कतई उचित नहीं है।
हिंदूवादी नेता छाया गौतम ने कहा कि जहां-जहां भी कॉरिडोर बने हैं सभी जगह हम देख रहे हैं कि विनाश ही हुआ है विकास तो हुआ ही नहीं है। यदि सरकार कॉरिडोर बनाने में कितनी ही उद्यत है तो गोस्वामियों के परिवारों में कॉरिडोर में मकान तथा कॉरिडोर में ही दुकान है देनी ही चाहिए।
पंडा सभा के सचिव राघव भारद्वाज ने कहा यदि 3 किलोमीटर के क्षेत्र में यमुना किनारे राधा कृष्ण की पेड़ी बन जाती बाहर के यात्री पूरे सर्कल में घूमते रहते और हर मंदिर में दर्शन होते ना कहीं जाम लगता, असल में सरकार केवल कॉरिडोर के नाम से अपने-अपने हित साध रही है।
ब्राह्मण सेवा संघ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी नीरज गौड ने कहा की वृंदावन के अन्य मंदिरों पर सरकार ध्यान दे ही नहीं रही है जबकि सही तरीके से यमुना किनारे से लेकर सभी मंदिरों को जोड़कर भीड़ को अलग-अलग रास्तों से निकाला जा सकता है। इस तरह से कॉरिडोर बनाने की आवश्यकता ही नहीं रहेगी।
गरीब एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक महाजन ने कहा की ठाकुर बांके बिहारी जी महाराज हमारे प्रणारध्य है, नियमित रूप से ठाकुर जी के दर्शन करना आरती करना और बृजवासी बगैर चरनामृत पान किया कुछ खाते भी नहीं है, ऐसे में हम बांके बिहारी जी के दर्शनों तक के लिए भी वंचित हो जाएंगे।
पंडित चंद्र लाल शर्मा ने कहा कि मैं लगभग 88 वर्ष का हूं सदैव बिहारी जी के दर्शन मैंने निकट से किए हैं। गोस्वामी जन बांके बिहारी जी महाराज के प्रणारध्य हैं। इनका अगर कोई भी अपराध करेगा तो उसे अंजाम भुगतना ही पड़ेगा।
ब्राह्मण सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य आनंद बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि ठाकुर श्री बांके बिहारी जी महाराज के प्राकट्यकर्ता रसिक शेखर श्री स्वामी हरिदास जी महाराज के हम वंशज हैं। लगभग 500 वर्षों से हम ठाकुर बांके बिहारी जी महाराज की सेवा निरंतर कर रहे हैं। हमारा उठना बैठना सेवा करना हमारा नित्य कर्म बन चुका है। कॉरिडोर बना तो शायद हम प्राण तक दे सकते हैं। कॉरिडोर में सम्मिलित हमारे मकान ही नहीं अनेक भी मंदिर भी समाहित है जिनमें स्वामी हरिदास मंदिर, छैल बिहारी मंदिर, गोपाल जी का मंदिर, शंकर भगवान का मंदिर, श्री हनुमान जी मंदिर आदि अनेक मंदिर है आखिर इनका क्या होगा।
यदि कॉरिडोर में ही हमारे मकान और हमारी दुकान है हमारे मंदिर कॉरिडोर की सीमा में ही हूं तो शायद हम इस विषय में कुछ सोच सकते हैं। इसके अलावा इन्होंने 7 सदस्य पदेन हैं। महामहिम राज्यपाल ने ट्रस्ट का निर्माण घोषित कर दिया है। इसमें कल 11 सदस्यों का उल्लेख है जिनमे वैष्णव संप्रदाय के तीन सदस्य तथा सनातन धर्म की अन्य परंपरा के तीन सदस्य इसके अतिरिक्त सनातन धर्म की किसी भी शाखा तीन प्रतिष्ठा सदस्य सम्मिलित रहेंगे। इसके अलावा बांके बिहारी मंदिर के सेवायत शयन भोग के एक और सेवायत राजभोग के एक सदस्य रहेंगे।
इससे बांके बिहारी मंदिर के लगभग 500 सेवायतों का प्रतिनिधित्व असंभव है। हमारी मांग है कि कम से कम तीन शयन भोग तीन राजभोग के सदस्य सदस्य 6 होने चाहिए जिससे कि ट्रस्ट का संतुलन सही बना रहे हो विश्वसनीयता और पारदर्शिता बनी रहे।
यह अवसर पर तपेश पाठक, विवेक गौतम, चिंतन वल्लभ गोस्वामी महंत जानकी शरण, रमाकांत शुक्ला, गीतांजलि शर्मा, कन्हैया पांडे, शिवांश शुक्ल आदि उपस्थित रहे