गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था पर सवाल, 11 साल में बीजेपी सरकार की फेलियर पर गुरिंदरजीत सिंह का हमला"
"गुरुग्राम के 41वें स्थान पर गिरने के बाद गुरिंदरजीत सिंह ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए"
"खांडसा से जय विहार तक, गंदगी और अव्यवस्था पर गुरिंदरजीत सिंह की सख्त प्रतिक्रिया: 'क्यों नहीं हो रही कार्रवाई?'"
गुरुग्राम के समाजसेवी और इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने शहर में व्याप्त गंदगी, सीवर जाम, टूटी सड़कों और मूलभूत सुविधाओं की बदहाली को लेकर बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों की ट्रीपल इंजन सरकार के बावजूद आज भी गुरुग्राम जगह-जगह कचरे, कीचड़ और जलभराव से जूझ रहा है।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि 2022 में स्वच्छता सर्वेक्षण में गुरुग्राम 19वें स्थान पर था, परंतु सरकार की विफलता के कारण अब यह 41वें स्थान पर लुढ़क गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस शहर को टॉप 10 में लाने का वादा था, वह अब गंदगी और अव्यवस्था का प्रतीक बन चुका है।
उन्होंने बताया कि खांडसा मंडी, मंडी रोड, बसई रोड, मदनपुरी रोड, जय विहार, सेक्टर 105 जैसी कॉलोनियों और सड़कों पर सीवर ओवरफ्लो हो रहा है, गंदगी फैली है और गलियों में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
गुरिंदरजीत सिंह ने हाल ही में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई कष्ट निवारण समिति की बैठक पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने पूछा कि जब साफ तौर पर लापरवाही सामने है तो अधिकारियों और पार्षदों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
उन्होंने आरोप लगाया कि हर साल सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। उन्होंने इसे सीधा भ्रष्टाचार बताया और कहा कि जब ठेकेदार काम नहीं कर रहे, एजेंसियां कूड़ा नहीं उठा रहीं, सीवर की सफाई नहीं हो रही — तो यह घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार का प्रतीक है।
“मुख्यमंत्री जी एक तरफ जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, और दूसरी तरफ शहर में गंदगी व भ्रष्टाचार दोनों चरम पर हैं। अगर वास्तव में गुरुग्राम को स्वच्छ बनाना है, तो लापरवाह अधिकारियों और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी।”
— गुरिंदरजीत सिंह