स्वदेशी जागरण मंच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी आह्वान का किया स्वागत
स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान’ की शुरूआत
नई दिल्ली। स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में दिए गए स्वदेशी को बढ़ावा देने के आह्वान का स्वागत किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को खरीदना और बेचना, देश की सच्ची सेवा है।
स्वदेशी जागरण मंच 1991 से देश में स्वदेशी के प्रति जागरूकता फैला रहा है। मंच का मानना है कि भारत तभी सशक्त बनेगा जब देश आत्मनिर्भर बनेगा और देशी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
आज के वैश्विक हालातों में, जब कई देश संरक्षणवादी नीतियाँ अपना रहे हैं और चीन जैसे देश सस्ते और घटिया माल से भारतीय बाजार को नुकसान पहुँचा रहे हैं, ऐसे में स्वदेशी को अपनाना राष्ट्रीय हित की रक्षा का मजबूत माध्यम बन सकता है। मंच ने विदेशों में शादियां, विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई और विदेशी सामान के उपयोग से बचने की बात कही है।
इसी उद्देश्य से मंच ने 12 जून 2025 को ‘स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान’ शुरू किया है। यह अभियान व्यापारिक संगठनों, उद्योग संघों और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से चलाया जा रहा है ताकि देशभर में स्वदेशी के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके।
मंच ने भारत-चीन व्यापार घाटे पर चिंता जताई है, जो अब 99.2 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। सस्ते चीनी उत्पाद भारतीय उद्योगों और रोजगार को नुकसान पहुँचा रहे हैं और चीन इन पैसों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर रहा है।
स्वदेशी जागरण मंच ने अमेजन, वॉलमार्ट (फ्लिपकार्ट) जैसे विदेशी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स की भी आलोचना की है और उन्हें डिजिटल युग की ईस्ट इंडिया कंपनी बताया है। इनके कारण छोटे व्यापारी और परंपरागत खुदरा व्यापार संकट में है।
मंच का कहना है कि स्वदेशी का मतलब दुनिया से अलग होना नहीं है, बल्कि भारत के हित में निर्णय लेना है। स्वदेशी जागरण मंच ने सरकार से आग्रह किया है कि:
• चीन और अन्य दुश्मन देशों से आयात पर रोक लगे
• विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों को सख्त नियमन में लाया जाए
• छोटे व्यापारियों और देशी उत्पादों को सुरक्षा दी जाए
*मंच ने देशवासियों से अपील की है कि वे ‘स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान’ से जुड़ें और भारत को फिर से महान बनाने में योगदान दें।*