चौहान वंश की कुलदेवी असावारी ,शाकंभरी व आशापुरी तीनों नाम से मशहूर है गांव कासन में स्थित कुलदेवी मंदिर पर आज मंदिर कमेटी के द्वारा मां कुलदेवी की पूजा- अर्चना की गई व भंडारे का आयोजन किया गया आज मंदिर पर हर तरफ मेले का माहौल दिखाई दिया, चौहान वंश की कुलदेवी की पूजा नवरात्रि में अष्टमी के दिन होती है गांव कासन में मां कुलदेवी की प्रतिमा की स्थापना विधिवत राजस्थान के नांदेड़ से ज्योति लाकर 2025 में 6 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि के दिन विक्रम संवत 2082 को चैत्र शुक्ल पक्ष नवरात्रि की अष्टमी को की गई थी गांव कासन एक ऐतिहासिक गांव है इसे छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है यहां पर बाबा बिसाह भक्त पूरणमल चौरंगी नाथ का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है भादो की चौदस को यहां पर गांव में तीन दिवसीय मेले का आयोजन होता है
जिसमें कुश्ती दंगल का आयोजन होता है जहां पर अंतरराष्ट्रीय पहलवान आते हैं चैत्र नवरात्रि की अष्टमी पर झरना वाला बाबा के मंदिर में स्थित चौहान वंश की कुलदेवी माता असावरी, शाकंभरी आशापुरी की पूजा की जाती है व भंडारे का आयोजन किया जाता है और अष्टमी के दिन मेले का आयोजन होता है मंदिर के पुजारी देवीदास त्यागी के अनुसार यहां पर जो भी भक्तगण माता असावरी शाकंभरी, आशापुरी के चरणों में अपना शीश नवाते हैं मन्नत मांगते हैं उनकी मनोकामना माता पूरी करती है बाबा झरने वाले का मंदिर आसपास के क्षेत्र में बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है क्योंकि यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है चारों तरफ हरियाली है प्रकृति का वातावरण है यहां की परिक्रमा करने पर भक्तों की सभी बीमारियां कट जाती है
मंदिर के प्रधान सूबेदार मदन सिंह चौहान ने बताया की यहां पर झरना वाले बाबा का चमत्कार देखकर गांव वालों ने वह आसपास के सरदारी कमेटी के प्रधान व कमेटी के सदस्यों ने कासन, बास्कुशला अलीयर ,ढांणा ,खोह, मानेसर व आसपास के क्षेत्र की सरदारी ने निर्णय लिया कि चौहान वंश की कुलदेवी की स्थापना भी गांव कासन में की जाए जिससे अपनी कुलदेवी की पूजा की जा सके क्योंकि असावरी, शाकंभरी, आशापुरी यह सभी नाम एक ही मां के हैं जिसकी पूजा नवरात्रों के दिन अष्टमी के दिन होती है मां दुर्गा का यह रूप सभी भक्तों के लिए एक वरदान है इस दिन जो भी भगत मां के दर्शन करता है मां की दृष्टि उस पर पड़ती है उनको संतान उत्पत्ति , व्यापार में बढ़ोतरी ,वंश वृद्धि, लड़ाई झगड़ा -भूत प्रेत सभी घरेलू व्यवधानों से मुक्ति मिलती है