जीएमडीए ने गुरुग्राम में कॉन्सेंट्रिक्स के सीएसआर पहल के तहत बड़े पैमाने पर मिश्रित प्रजातियों का पौधारोपण शुरू किया
पौधारोपण कार्य भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (IPCA) द्वारा किया गया
गुरुग्राम: गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) ने इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (IPCA) के सहयोग से कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल के तहत कॉन्सेंट्रिक्स कॉर्पोरेशन द्वारा वित्तपोषित एक बड़े पैमाने के ग्रीन बेल्ट विकास परियोजना की शुरुआत की है। इस परियोजना के अंतर्गत 40,000 पौधे लगाए जाएंगे, जिनमें 12,000 पेड़ और 28,000 झाड़ियां शामिल हैं। यह पौधारोपण कार्य गेट नं. 5, डीएलएफ सिटी फेज-2 से इफ्को चौक तक, दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 15,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जाएगा।
यह पौधारोपण अभियान गुरुग्राम के हरित आवरण को बढ़ाने के साथ-साथ स्थानीय जैव-विविधता को प्रोत्साहित करने और पारिस्थितिकीय मजबूती बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसमें छाया देने वाले, ऑक्सीजन समृद्ध वृक्षों के साथ फूलों वाली झाड़ियों का संयोजन किया जाएगा, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार, शहर की सुंदरता में वृद्धि और परागणकर्ताओं को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
“इस पहल पर बोलते हुए जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री श्यामल मिश्रा ने कहा कि यह परियोजना जीएमडीए की सतत शहरी विकास और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण पर आधारित है। यह पौधारोपण अभियान एक हरित और अधिक रहने योग्य गुरुग्राम के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। देशी प्रजातियों पर ध्यान केंद्रित करके हम दीर्घकालिक पर्यावरणीय लाभ, बेहतर वायु गुणवत्ता और जैव-विविधता में वृद्धि सुनिश्चित कर रहे हैं।”
पौधारोपण कार्य IPCA द्वारा किया जा रहा है तथा जीएमडीए इसकी निगरानी करेगा ताकि पौधों के जीवित रहने और विकास को सुनिश्चित किया जा सके। इसके लिए आने वाले वर्षों में नियमित रखरखाव भी किया जाएगा। यह पहल एक स्वच्छ, हरित और सतत गुरुग्राम के निर्माण के लिए प्राधिकरण की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इस परियोजना के अंतर्गत लगाए जाने वाले देशी वृक्षों में नीम , बकैन , जामुन , अर्जुन , करी पत्ता , गीजर , सहजन , पिलकन , बरगद और पीपल शामिल हैं। झाड़ी प्रजातियों में टेकोमा, मुराया पैनिकुलेटा , मेहंदी , इक्सोरा और चांदनी आदि शामिल होंगी।