संस्कृत बने जन-जन की भाषा- कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार

संस्कृत बने जन-जन की भाषा- कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार

संस्कृत भारती गुरुग्राम  और हरियाणा संस्कृत अध्यापक संघ गुरुग्राम के संयुक्त तत्वाधान में सिद्धेश्वर विद्यालय सेक्टर 9a गुरुग्राम में जनपद सम्मेलन का आयोजन हर्षोल्लासपूर्वक किया गया ।  इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृतभारती के उत्तर क्षेत्रीय मंत्री प्रोफेसर यशवीर सिंह उपस्थित रहें एवं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने की । इस कार्यक्रम में विशिष्टातिथि के रूप में श्री अजित सरपंच, DAV विद्यालय हेलीमण्डी की प्राचार्या श्रीमती निशा कौशिक, श्री रामबीर शास्त्री, श्री वीरेंद्र यादव(हबलू नम्बरदार), नरेश कुमार DRO उपस्थित रहें ।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप-प्रज्वलन और ऋषिकुल विद्यापीठ के छात्रों के द्वारा किए गए वैदिक मंगलाचरण और राजकीय महाविद्यालय जाटौली हेलीमंडी की छात्राओं द्वारा की गई सरस्वती वंदना से हुआ । संस्कृत भारती हरियाणा के प्रांतमंत्री प्रमोद शास्त्री ने सभी समागत अतिथियों का परिचय करवाया  एवं सभी अतिथियों का स्वागत श्रीफल, अंगवस्त्र और स्मृतिचिन्ह भेंट करके किया गया । इस कार्यक्रम में ऋषिकुल गुरुकुल, गुरुग्राम के विद्यार्थियों ने संस्कृत में स्वागतगीत, देशभक्तिगीतगायन, ध्येयमंत्र की मनोहर प्रस्तुति दी । वरेण्या, तनुष और रिवांश ने 'एहि एहि वीर रे' की मनोहर प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहित कर लिया । इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय जाटौली हेलीमंडी की छात्राओं द्वारा 'संस्कृत में रोजगार के अवसर' विषय पर संस्कृत में लघुनाटिका की मनोहर प्रस्तुति दी गई । 

अपने उदबोधन में मुख्यवक्ता प्रोफेसर यशवीर सिंह ने संस्कृतभारती के द्वारा संस्कृत के क्षेत्र में किये जा रहे महत्वपूर्ण कार्यो का उल्लेख करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा भारतीय ज्ञान प्रणाली का आधार है एवं सरकार द्वारा इस पर विभिन्न प्रकार से शोधकार्य किये जा रहे है । इस अवसर उन्होंने जनसामान्य की संस्कृतसंबंधित शंकाओं का समाधान भी किया । 

इस कार्यक्रम में अपने संबोधन में विशिष्टातिथि अजित सरपंच ने लोगो से संस्कृत को अधिक से अधिक अपनाने, विशिष्टातिथि प्राचार्या निशा कौशिक ने विद्यालयस्तर पर संस्कृत को अधिकाधिक अध्ययन-अध्यापन पर जोर देने एवं रामबीर शास्त्री ने संस्कृत भाषा के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार का आह्वान किया । इस कार्यक्रम में योगाचार्य अनिल वैद्य ने संस्कृत के व्यवहारिक प्रयोग को दृष्टांतों के माध्यम से समझाया और राजकीय महाविद्यालय जाटौली हैली मंडी के अंग्रेजी के प्रोफेसर डॉ पवन कुमार ने संस्कृत भारती के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि संस्कृत भारती के प्रयासों से संस्कृतभाषी लोगों की संख्या निरन्तर बढ़ रही है । इस कार्यक्रम के अध्यक्ष गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कहा कि संस्कृत भाषा को जन-जन तक बनना चाहिए । इसके लिए वे पूरा प्रयास करंगे कि गुरुग्राम विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग की स्थापना की जाए ताकि संस्कृत के प्रचार प्रसार के साथ-साथ महाविद्यालयों मे संस्कृत विषय पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए संस्कृत में उच्च शिक्षा के अवसर उपलब्ध हो सकें । 

इस कार्यक्रम का समापन गुरुग्रामविभाग संयोजक प्रवेश कौशिक के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन व कल्याण मंत्र से हुआ । वैश्विक शांति एवं उन्नति के लिए विज्ञान शिक्षकों श्री जोगेंद्र एवं श्री महिपाल द्वारा वैदिक विधि से यज्ञ करवाया गया जिसमें सम्मेलन में उपस्थित सभी लोगो ने अपनी आहुतियां दी । इस कार्यक्रम में हरियाणा संस्कृत अध्यापक संघ, गुरुग्राम के प्रधान कृष्ण शास्त्री, जसविंद्र शास्त्री, अनिल वैद्य, डॉ मैत्रेयी, मुकेश शास्त्री, संस्कृतभारती के प्रांतसम्पर्क प्रमुख अशोक बुचोली, सुशीला शास्त्री, रणजीत शास्त्री, सुरेंद्र कुमार, स्नेहल देशपांडे, रेखा गोयल, सुवर्चा, अनुराधा चौधरी, जोगेंद्र,महिपाल, पूजा यादव, बुद्धदेव शास्त्री, आचार्य नरेन्द्र, ऋषिकुल गुरुकुल के संचालक डॉ अमित, काशी आदि उपस्थित रहें । कार्यक्रम का मंच संचालन सतेन्द्र कुमार एवं डॉ सुनील शास्त्री ने किया ।



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