शासन-प्रशासन एवं निजी स्कूलों का तंत्र विकसित हो जाने से हुआ शिक्षा का व्यापारीकरण : सामाजिक कार्यकर्ता


शासन-प्रशासन एवं निजी स्कूलों का तंत्र विकसित हो जाने से हुआ शिक्षा का व्यापारीकरण : सामाजिक कार्यकर्ता


सरकारी तंत्र का खोफ नहीं होने से नियमों को ताक पर रखकर चलाए जा रहे हैं निजी स्कूल : सामाजिक कार्यकर्ता


कनीना बस दुर्घटना में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि एवं परिजनों का ढांढस बंधाते : सामाजिक कार्यकर्ता 


सरकार केवल सांत्वनाएँ नहीं देकर ठोस नीतियाँ बना बच्चों के शिक्षण का कार्य करे : सामाजिक कार्यकर्ता 


गुरुग्राम 12 अप्रैल 2024  शहर के प्रभुध लोगों ने प्रेसवार्ता कर कनीना निजी स्कूल बस ड्राइवर के शराब के नशे में धुत होकर गाड़ी चलाते समय हुए दुर्घटना को लेकर चिंता व्यक्त की और मारे गए सभी मासूम बच्चों के प्रति शोक प्रकट किया  व जिन परिवारों के चिराग अकस्मात बुझ गए उनको ढांढस बंधाया !

समाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्र राव ने कहा कि सरकार व निजी स्कूलों के गठजोड़ से आज शिक्षा माफियाओं का एक तंत्र विकसित हो गया है  जिसके आगे प्रशासन नतमस्तक नजर आता है  चूंकि अधिकांश निजी स्कूल संचालकों के रिश्ते स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सरकार से बताए जाते हैं  यही कारण है कि न तो स्कूलों में जाकर अधिकारी दौरा कर पाते हैं और न ही इन स्कूलों द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर कोई कार्यवाहीयां कर पाते हैं !

उन्होंने कहा कि जिन अभिभावकों के बुढ़ापे के सहारे, उनके चिराग मिट गए हैं उन लोगों को जीवनपर्यंत सभी सरकारी सुविधाएँ निशुल्क प्रदान की जाएं  तथा उचित मुआवजा मृतकों के परिजनों को दिया जाए एवं गंभीर रूप से घायलों को बेहतर इलाज के लिए मुआवजा राशि दी जाए तथा आंशिक रूप से घायल बच्चों को भी बेहतर इलाज व तीमारदारी हेतु आवश्यक राशि दि जाए और इस सब की भरपाई निजी स्कूल संचालक से ही कराई जाए , साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि दोषीयों पर सरकार समय रहते सख्त कार्यवाही नहीं करती है तो हमें सड़क पर विरोध करने से नहीं रोक पाएगी !

माईकल सैनी सामाजिक कार्यकर्ता ने नायब सरकार से कहा कि सांत्वनाएँ देने की बजाय शिक्षा व्यवस्था को नए सिरे से निर्मित करने की आवश्यकता है, नियम कायदों की पालना में अनिवार्यता तय करनी होगी  तथा सरकारी स्कूलों की संख्या बढ़ाने के साथ बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करने की आवश्यकता है, फैकल्टीज को पूरा करने वास्ते भर्तियाँ करनी पड़ेंगी, ट्रांसपोर्ट व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ  सुरक्षित माहौल में बच्चों का शिक्षण हो और जिस दिन यह सब व्यवस्थाएँ पूर्ण कर लेगी सरकार  वास्तव में कनीना हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के प्रति उनकी आत्मा की शांति हेतु वही सच्ची श्रद्धांजलि होगी !

माईकल सैनी ने कहा कि भीतर तक झकझोर देने वाली इस हृदयविदारक दुर्घटना से सबक लेकर सभी मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की हर स्तर पर जांच कराए सरकार ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो सके, साथ ही शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, अग्निशमन विभाग,पर्यावरण विभाग, डीटीपी, नगर निगम व पालिका सहित तमाम विभाग जिनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है उन्हें कोई भी कोताही नहीं बरतने दी जाएगी इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करे सरकार !

वहीं समाजसेवी विजय यादव ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जितने भी लोग इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं उन सभी पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए  ताकि वह एक नजीर बन सके उन स्कूल संचालकों व अधिकारियों के लिए  जो अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह हैं और जिनका मकसद केवल धन कमाना ही रह गया है , साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस हादसे के दोषियों के लिए सॉफ्ट कॉर्नर हर्गिज नहीं अपनाना चाहिए  भले वह उनके लिए कितना भी लाभप्रद क्यों न हों  उनके कितने ही करीबी क्यों न रहे हों , यदि आज इनपर कानूनी कार्यवाही नहीं हुई तो भविष्य में और भी हृदयविदारक हादसे घटित होंने से रोक पाना मुश्किल हो सकता है !

इस प्रेसवार्ता में सुरेन्द्र राव अहीर रेजिमेंट आंदोलन समिति सदस्य, विजय यादव सामाजिक कार्यकर्ता, माईकल सैनी सामाजिक कार्यकर्ता, चरण सिंह यादव मौजूद रहे और सभी ने एक स्वर में कहा कि बच्चों को न्याय और दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए ...

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