बागपत में अफसरों की आँखे बंद हो गई है नमामि गंगे योजना धड़ाम:हर्ष शर्मा एडवोकेट

बागपत में अफसरों की आँखे बंद हो गई है नमामि गंगे योजना धड़ाम:हर्ष शर्मा एडवोकेट

बागपत: शहर के मशहूर आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट हर्ष शर्मा एक बार फिर सुर्खियों में शुमार हो गए हैं।इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर उन्होंने दरअसल बागपत जनपद में ग्राम काठा में जीवनदायिनी पावन माँ यमुना नदी में गाँव के मुख्य गन्दे नाले को सीधा बिना एसटीपी के नदी में प्रवाहित किया जा रहा है और यह सब प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय से मात्र 8 किलोमीटर दूर अफ़सरो की नाक के नीचे हो रहा है और बागपत के अधिकारियों को इसकी परवाह और ख़बर तक नहीं है।

बड़े तीखे तेवर में एडवोकेट हर्ष शर्मा ने कहा कि  बागपत के अफसरों की आँखे बंद हो गई है वो एसी चैम्बर में बैठकर नींद फरमा रहे हैं उन्हें नदियों एवं पर्यावरण के साथ कुछ भी हो जाए कोई फ़र्क़ नही पड़ता है उन्हें तो केवल अपने मासिक वेतन से मतलब है वो समय से आना चाहिए।उन्होंने बताया कि लगभग ऐसे करीब 9 गन्दे नाले हैं जो माँ यमुना नदी में बिना एसटीपी के सीधे प्रवाहित किए जा रहे हैं जिससे क्षेत्र का भूगर्भ जल प्रदूषित हो रहा है और लोगो मे त्वचा रोग हो रहें हालांकि क्षेत्र में कम लोग यमुना नदी में स्नान करते हैं इसीलिए रोगियों की संख्या कम है ।उन्होंने कहा कि जनसुनवाई, एक्स(ट्विटर अकाउंट) व पब्लिक ग्रीवेंस(पीजी) पोर्टल पर सब जगह शिकायत दर्ज कराई गई है अब देखना यह है कि प्रदूषण विभाग के अफसरों की कुम्भकर्णी नींद कब खुलती है।









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