ऑनलाईन सैक्स की हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सैंटर का गुरुग्राम पुलिस ने किया पर्दाफास।
कॉल सेंटर से 04 लड़कियों सहित 11 साईबर ठगों को किया गिरफ्तार।
आरोपियों के कब्जा से वारदात में प्रयोग किए जा रहे 07 मोबाईल फोन, सिम कार्ड व 02 CPU भी किए गए बरामद।
`गुरुग्राम: 20 जून 2024`
▪️श्री विपिन अहलावत HPS, सहायक पुलिस आयुक्त सोहना , गुरुग्राम के निर्देशानुसार कार्य करते हुए निरीक्षक सवित कुमार, प्रबंधक थाना साईबर पूर्व, गुरूग्राम की पुलिस टीम ने तकनीक की सहायता से आज दिनांक 20.06.2024 को सैक्टर-18, गुरुग्राम से अवैध/फर्जी तरीके कॉल सेंटर चलाकर ऑनलाईन हर्बल सेक्सुअल दवाईयां बेचने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर से 04 लड़कियों सहित कुल 11 आरोपियों को काबू किया, जिनकी पहचान
1. श्याम दुबे निवासी गांव जोडा जिला मुरैना (मध्य-प्रदेश),
2. आदर्श कुमार सिंह निवासी अंबेडकर कॉलोनी वसंत विहार, दिल्ली,
3. कुशल रोहिल्ला निवासी खेड़ला, गुरुग्राम,
4. पियूष चौहान निवासी गांव बिजोरी जिला बदायूं (उत्तर-प्रदेश),
5. विवेक चोपड़ा निवासी एनआईटी फरीदाबाद,
6. गुलशन कुमार निवासी गांव दहीबट्टा गोपालगंज (बिहार),
7. राजकुमार निवासी गांव डेरा महरौली दिल्ली,
8. पूजा चौहान निवासी शिव कॉलोनी, झोटवाड़ा जयपुर (राजस्थान),
9. भावना निवासी भिवानी,
10. अनामिका राजावत निवासी ग्वालियर (मध्य-प्रदेश) व
11. प्रिया शर्मा निवासी देव अपार्टमेंट महिपालपुर, दिल्ली के रुप मे हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही करते हुए थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में धारा 420, 120-B IPC के तहत नियमानुसार अभियोग अंकित करके आरोपियों अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
▪️आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये अपने अन्य साथी के कहने पर हर्बल सेक्सुअल दवाइयां ऑनलाईन बेचने के नाम पर गूगल पर इस्तेहार/ऐड डालते थे। जब लोग इनके द्वारा डाले गए इस्तेहार/ऐड में दिए हुए नंबरों पर संपर्क करते थे तो ये उन लोगों से ऑर्डर लेकर पैसे अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लेते थे तथा सामान नहीं भेजते थे। इसके अलावा ये उन लोगों से जीएसटी चार्ज, पैकिंग चार्ज, कोरियर चार्ज के नाम पर क्यूआर कोड/यूपीआइ आईडी के माध्यम से पैसे डलवाकर धोखाधड़ी से ठगी करने की वारदातों को अंजाम देते थे।
▪️ पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि आरोपी पिछले करीब 1 वर्ष से उपरोक्त प्रकार से ठगी करने की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपियों को 15 हजार रुपए की सैलरी तथा ठगी गई राशि का 5% हिस्सा मिलता था।
▪️उपरोक्त आरोपियों द्वारा ठगी में प्रयोग किए जा रहे 07 मोबाईल फोन, सिम कार्ड्स व 02 CPU भी इनके कब्जा से बरामद किए गए है।