जीएमडीए ने की सीसीटीवी सर्विलांस परियोजना के द्वितीय चरण की शुरूआत
258 स्थानों पर 2722 अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे
- शहर में सीसीटीवी निगरानी और यातायात उल्लंघन की निगरानी में होगा बढ़ावा
गुरुग्राम, 4 जुलाई 2025: गुरुग्राम में सीसीटीवी कैमरा परियोजना के पहले चरण के सफल क्रियान्वयन के बाद, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) अब शहर में निगरानी को और मजबूत करने तथा सतर्कता बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरा परियोजना के दूसरे चरण की शुरुआत करेगा। हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में जिस निविदा को आवंटन के लिए मंजूरी दी गई थी, उसे प्राधिकरण द्वारा एजेंसी को सौंप दिया गया है।
सीसीटीवी परियोजना के दूसरे चरण के अंतर्गत, सोहना, बादशाहपुर, पटौदी, फारुकनगर, धनकोट, चंदू बुधेरा, पंचगांव, बिलासपुर, हैली मंडी, द्वारका एक्सप्रेसवे (सेक्टर 89 से 108), केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ टोल स्थानों (बादली, फारुकनगर, पटौदी और मानेसर), सेंट्रल पेरिफेरल एक्सप्रेसवे आदि को कवर करते हुए 258 स्थानों पर अतिरिक्त 2722 हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे इन क्षेत्रों में 24x7 निगरानी संभव हो सकेगी।
इसके अलावा, इन स्थानों को जीएमडीए के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से जोड़ने के लिए प्राधिकरण ने लगभग 300 किलोमीटर अतिरिक्त भूमिगत ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की भी योजना बनाई है, जिससे सीसीटीवी फीड चौबीसों घंटे वास्तविक समय के आधार पर उपलब्ध रहेगी।
यातायात निगरानी एवं चालान जारी करना
पहले चरण के तहत, जीएमडीए ने गुरुग्राम और मानेसर क्षेत्रों में 218 जंक्शनों पर 1200 कैमरे सफलतापूर्वक स्थापित किए थे और उनके फीड की निगरानी जीएमडीए के आईसीसीसी में की जाती है, जहां यातायात नियमों के उल्लंघन के लिए ट्रैफिक चालान भी जारी किए जाते हैं।
पहले चरण की तरह, द्वितीय चरण में भी सीसीटीवी कैमरे रेड लाइट/स्टॉप लाइन उल्लंघन, हेलमेट उल्लंघन, गलत साइड/ट्रिपल राइडिंग उल्लंघन, गति उल्लंघन सहित अन्य उल्लंघन का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी से भी लैस हैं। रेड-लाइट्स, जेबरा क्रॉसिंग, गलत साइड ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, पार्किंग उल्लंघन, हेलमेट या सीट बेल्ट नहीं पहनने से संबंधित यातायात उल्लंघन के लिए गुरुग्राम ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा नियमित ई-चालान जारी किए जाते हैं।
फेस रिकग्निशन कैमरे
सीसीटीवी सर्विलांस कैमरों के अलावा, जीएमडीए ने शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर 48 फेस रिकग्निशन कैमरे भी लगाए हैं, जिनमें जिला न्यायालय, मिनी सचिवालय, एमजी रोड मेट्रो स्टेशन, सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन, सिविल अस्पताल, ताऊ देवी लाल स्टेडियम, शीतला माता मंदिर परिसर, गुरुग्राम बस स्टैंड और सदर बाजार शामिल हैं। पुलिस विभाग की आवश्यकता के अनुरूप, इन चेहरा पहचान कैमरों का उपयोग सामान्य निगरानी के लिए किया जा रहा है। इसके साथ ही संदिग्ध क्रेडेंशियल वाले व्यक्तियों, अपराधियों और पुलिस विभाग को रिपोर्ट किए गए लापता व्यक्तियों का पता लगाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फेस रिकग्निशन सहायता के माध्यम से भी इसका उपयोग किया जा रहा है।
"जीएमडीए शहर में निगरानी के दायरे का और विस्तार कर रहा है और जीएमडीए के अधिकार क्षेत्र में आने वाले गुरुग्राम और मानेसर क्षेत्रों में व्यापक भौगोलिक क्षेत्रों को शामिल करने के लिए प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए पुलिस और यातायात विभागों के साथ मिलकर काम कर रहा है। द्वितीय चरण के अंतर्गत, 258 स्थानों पर 2722 हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो गुरुग्राम में यातायात निगरानी और सुरक्षा दोनों को बढ़ाने में सहायक होंगे," जीएमडीए के स्मार्ट सिटी डिवीजन के प्रमुख पी.के. अग्रवाल ने कहा।