गुरुग्राम में बारिश के दौरान यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए जीएमडीए सक्रिय है
- गुरुग्राम में जलभराव की स्थिति से निपटान के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष सक्रिय।
- शहर के जलभराव संभावित स्थानों पर पंपिंग सिस्टम, मानव संसाधन और त्वरित प्रतिक्रिया दल 24x7 तैनात रहेंगे।
- जलभराव से संबंधित शिकायतों के लिए निवासियों को टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-180-1817 और 01244753555 की सुविधा उपलब्ध।
गुरुग्राम, 01 सितंबर: मानसून के दौरान जलभराव से निपटान और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने जुलाई से अपना बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय कर रखा है। इसके तहत मशीनरी, मानव संसाधन और हेल्पलाइन की व्यवस्था की गई है, ताकि बारिश के समय जलभराव की स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान की जा सके।
इस योजना के तहत नरसिंहपुर, खांडसा चौक, बसई चौक, राजीव चौक और ताऊ देवीलाल स्टेडियम जैसे जलभराव वाले प्रमुख स्थानों पर भारी वर्षा के दौरान पानी निकासी के लिए पर्याप्त पंपिंग मशीनें स्थापित की गई हैं। इसके साथ ही, शहर में स्थिति के अनुसार मोबाइल ट्रैक्टर-माउंटेड पंप-सेट और सक्शन टैंकर भी तैनात करने के लिए तैयार रखे गए हैं। यह फ्लेक्सिबल व्यवस्था आवश्यकता पड़ने पर तुरंत जल निकासी सुनिश्चित करती है।
मुख्य सड़कों से वर्षा जल की त्वरित निकासी के लिए जीएमडीए ने शहर में ड्रेन इनलेट, रोड गलिस और जल निकासी नेटवर्क की नियमित सफाई के लिए विशेष मेनपॉवर की टीम लगाई हुई है।। बाढ़ नियंत्रण कार्यालय न केवल ड्रेनों की कार्यक्षमता पर निगरानी रखता है बल्कि क्षेत्रीय कार्यों का समन्वय भी करता है। संवेदनशील स्थानों की स्थिति पर नज़र रखने और किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटान के लिए गश्ती दल 24 घंटे तैनात किए गए हैं।
*साथ ही नागरिक सेवाओं को ओर सुदृढ़ बनाने के लिए जीएमडीए की टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-180-1817 और 01244753555 भी उपलब्ध है, जहाँ निवासी जलभराव या बाढ़ से संबंधित शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। नियंत्रण कक्ष में प्राप्त शिकायतों को तुरंत संबंधित टीमों को भेजा जाता है ताकि शीघ्र समाधान किया जा सके।*
जीएमडीए अधिकारियों ने बताया, “मानसून के दौरान निवासियों को तुरंत राहत प्रदान करने के लिए जीएमडीए द्वारा बाढ़ नियंत्रण कार्यालय जुलाई माह से सक्रिय किया गया है। सड़कों को सुरक्षित और जलभराव-मुक्त बनाए रखने के लिए पर्याप्त मेनपॉवर और मशीनरी तैनात की गई है। नागरिक हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, जिन पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी और स्थिति का समाधान स्थल पर ही सुनिश्चित किया जाएगा।”