जीएमडीए ने ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों में वर्षा जल संचयन गड्ढों के संचालन की समीक्षा की
गुरुग्राम, 11 अक्टूबर: श्री डी.एस. ढेसी, प्रधान सलाहकार (शहरी विकास) ने गुरुग्राम की आवासीय ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों में वर्षा जल संचयन गड्ढों की स्थिति और कार्यक्षमता की समीक्षा की और संबंधित विभागों को इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए।
उनकी अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई। बैठक में जीएमडीए के प्रशासन सलाहकार एस.के. चहल, सीटीपी जीएमडीए संजीव मान, डीटीपी जीएमडीए आर.एस. बठ, कार्यकारी अभियंता सिंचाई मनीष, जलविज्ञानी दिलबीर राणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नीटिंग में बताया गया कि जीएमडीए द्वारा गुरुग्राम के विभिन्न सेक्टरों में स्थित लगभग 20 ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों, जिनमें 5 से 10 एकड़ और उससे अधिक क्षेत्रफल वाले आवासीय क्षेत्र शामिल थे, में हाल ही में किए गए निरीक्षणों के दौरान यह पाया गया कि खराब रखरखाव के कारण अधिकांश वर्षा जल संचयन गड्ढे काम नहीं कर रहे थे।
इसका संज्ञान लेते हुए, श्री डी.एस. ढेसी ने 10 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाली उन सभी ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों की एक विस्तृत सूची तैयार करने के निर्देश दिए, जिन्हें अधिभोग प्रमाण पत्र प्रदान किए गए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ये सोसाइटियाँ कार्यशील वर्षा जल संचयन प्रणालियों के रखरखाव के लिए उत्तरदायी हों।
जलविज्ञानी को वर्षा जल संचयन गड्ढों के लिए स्वीकृत मानक डिज़ाइन विनिर्देशों को साझा करने का निर्देश दिया गया, जिन्हें सभी ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों द्वारा अपनाया जाना आवश्यक है।
इसके अलावा, डीटीपी जीएमडीए, आर.एस. बठ्ठ को उन ठेकेदारों और एजेंसियों के साथ समन्वय करने का कार्य सौंपा गया, जिन्होंने पहले ऐसी प्रणालियों की स्थापना का कार्य किया है, और उन एजेंसियों की सूची तैयार करने का कार्य सौंपा गया, जो वर्षा जल संचयन संरचनाओं के रखरखाव और संचालन संबंधी कार्य करती हैं।
बैठक का मुख्य उद्देश्य मानसून ऋतु से पहले सभी वर्षा जल संचयन गड्ढों को पूरी तरह से कार्यात्मक बनाने के लिए तौर-तरीकों की रूपरेखा तैयार करना था, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि अधिकतम वर्षा जल भूजल पुनर्भरण के लिए चैनलाइज़ किया जा सके। इससे जलभराव को कम करने और भारी वर्षा के दौरान मुख्य सड़कों को होने वाले नुकसान को रोकने में भी मदद मिलेगी।
