सिर्फ घोषणाओं में ही कभी 700 बेड, कभी 500 बेड तो कभी 400 बेड का बन रहा सिविल अस्पताल: पंकज डावर

 सिर्फ घोषणाओं में ही कभी 700 बेड, कभी 500 बेड तो कभी 400 बेड का बन रहा सिविल अस्पताल: पंकज डावर

-सरकार अब तक गुडग़ांव के सिविल अस्पताल के बेड ही तय नहीं कर पाई है

-गुडग़ांव की जनता के साथ भाजपा सरकार लगातार कर रही है छलावा

-अपने लिए रेस्ट हाउस ढाई साल में बना लिया, तोडऩे के करीब छह साल में अस्पताल नहीं बना

-अब फिर से स्वास्थ्य मंत्री ने 400 बेड का अस्पताल बनाने की कर दी है घोषणा



गुडग़ांव। कांगे्रस के जिला अध्यक्ष (शहरी) पंकज डावर ने कहा कि गुडग़ांव की बीमार जनता को ठीक करने के लिए अब स्वास्थ्य मंत्री ने 400 बेड का अस्पताल बनने की घोषणा कर दी है। इससे पहले कभी 700 तो कभी 500 बेड का अस्पताल बनाने की घोषणा मंत्री और मुख्यमंत्री कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अब तक यह ही तय नहीं कर पाई है कि गुडग़ांव में आखिर कितने बेड का अस्पताल बनाया जाए। सोमवार को एक बार फिर से स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 400 बेड का अस्पताल बनाने की घोषणा भी छलावा ही है। यह गुडग़ांव की जनता के साथ धोखा है। 

पंकज डावर ने कहा कि अपने लिए तो सरकार ने ढाई साल में आलीशान रेस्ट हाउस बना लिया, मगर गरीबों के इलाज के लिए बनाने के लिए तोड़ा गया अस्पताल छह साल में एक ईंट तक नहीं लगाई है। उन्होंने कहा कि 2019 के बजट में की गई घोषणा के बाद अगस्त 2024 में सिविल लाइंस क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा 700 बेड के अस्पताल के निर्माण की आधारशिला रखने की बातें कही गई थी। इसके डिजायन को भी सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गई थी। अस्पताल की छत पर हेलिकॉप्टर तक उतारने के दावे किए गए थे। 10 मंजिला का अस्पताल बनाने की घोषणा करके गुडग़ांव की जनता को बड़ा सपना दिखाया गया था। 700 बेड से पहले 500 बेड का अस्पताल बनाने की बातें सरकार की ओर से कही गई। इसके बाद 400 बेड का अस्पतााल बनाने की बातें कही गई। पंकज डावर ने कहा कि 700 बेड के इस अस्पताल के अलावा सेक्टर-65 में भी 300 बेड का एक मल्टी स्पेशियलिटी सरकार अस्पताल बनाने की बात कही गई थी। 

पंकज डावर ने कहा कि भाजपा सरकार पिछले करीब छह साल से गुडग़ांव की जनता के सामने झूठ की बुनियाद पर अस्पताल बनाकर सपनों में इलाज कर रही है। हकीकत से यह सब कोसों दूर है। दो मुख्यमंत्री, दो स्वास्थ्य मंत्री और गुडग़ांव के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री भी लगातार यहां सिविल अस्पताल के जल्द निर्माण की बात कह चुके हैं, लेकिन सरकार का जल्द कितना जल्द आता है यह नहीं बताया जाता। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग तो तोडक़र मलबा उठाए भी कई साल बीत चुके हैं। साथ में लगते सरकारी स्कूल की जमीन भी स्वास्थ्य विभाग ले चुका है, लेकिन अस्पताल के निर्माण के लिए एक कदम भी नहीं चले। हालात यह हैं कि गरीब बच्चों के छत से सिर छीन ली गई। उनके स्कूल की ऐतिहासिक इमारत शिक्षा विभाग से ले ली गई। वह भी कंडम हो रही है। पंकज डावर ने कहा कि भाजपा सरकार को गुडग़ांव की जनता के लिए अस्पताल बनाना जरूरी नहीं है। अपने लिए रेस्ट हाउस जरूरी है और वो बन चुका है। भाजपा को अपने लिए आलीशान कार्यालय जरूरी है और वो बन चुका है। गरीब जनता के इलाज के लिए सरकार अस्पताल तो अभी बेड के फेर में ही फंसा है।

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