गुरुग्राम सड़क नेटवर्क को बड़े सुधार का लाभ, जीएमडीए ने नए एलिवेटेड कॉरिडोर पर की पहल
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जीएमडीए ने ओल्ड रेलवे मार्ग, ओल्ड दिल्ली मार्ग और महावीर चौक–इफ्को चौक के व्यस्त मार्गों का किया निरीक्षण
- एलिवेटेड कॉरिडोर की संभाव्यता और मेट्रो योजना के समन्वय के निर्देश जारी, ताकि यातायात सुगम हो और शहर में कनेक्टिविटी बेहतर हो
गुरुग्राम, 6 दिसंबर: शहर में आवागमन बढ़ाने, जाम कम करने और नागरिकों के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पी.सी. मीणा ने शनिवार सुबह शहर के प्रमुख व्यस्त मार्गों का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य सड़क अवसंरचना की स्थिति का आकलन करना, यातायात की बाधाओं की पहचान करना और इन मार्गों में सुरक्षित एवं सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदमों की रूपरेखा तय करना था।
निरीक्षण में गुरुग्राम के विधायक श्री मुकेश शर्मा, नगर निगम की महापौर श्रीमती राज रानी मल्होत्रा, विभिन्न वार्डों के पार्षद, एचएमआरटीसी और जीएमआरएल के अधिकारी तथा जीएमडीए की इंफ्रा 1 डिवीजन के अधिकारी मौजूद थे।
ओल्ड रेलवे मार्ग का निरीक्षण करते हुए, जो शहर का सबसे व्यस्त और जाम-प्रवण मार्ग है, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधिकारियों को इस मार्ग पर एलिवेटेड कॉरिडोर विकसित करने की फिजिबिलिटी स्टडी करने के निर्देश दिए। प्रस्तावित मार्ग ओल्ड रेलवे मार्ग से शुरू होकर सेक्टर 5–6 जंक्शन को पार करेगा और शीला माता मार्ग तथा अतुल कटारिया चौक तक जाएगा। उन्होंने कहा कि इस एलिवेटेड कॉरिडोर से जाम कम होगा और मुख्य चौराहों के बीच संपर्क बेहतर होगा। चूंकि इस मार्ग पर मेट्रो का मार्ग भी प्रस्तावित है, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधिकारियों से निर्देश दिए कि मेट्रो मार्ग भूमिगत बनाया जाए ताकि सड़क और मेट्रो दोनों परियोजनाओं का समन्वित कार्य संभव हो सके।
ओल्ड दिल्ली मार्ग का निरीक्षण अतुल कटारिया चौक से डुंधहेड़ा (हरियाणा–दिल्ली सीमा के पास) तक किया गया, जो शहर के प्रमुख प्रवेश और निकास मार्गों में से एक है। भारी और लगातार यातायात दबाव देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि इस मार्ग पर भी एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की संभाव्यता की जांच की जाए, जिससे गुरुग्राम और दिल्ली के बीच आवागमन सुगम हो और हजारों यात्रियों का यात्रा समय कम हो सके।
इसके बाद महावीर चौक से इफ्को चौक तक मार्ग का निरीक्षण सुक़्राली गाँव होते हुए किया गया, जो दैनिक जाम का सामना करता है। अधिकारियों को इस मार्ग पर भी एलिवेटेड कॉरिडोर विकसित करने की संभाव्यता अध्ययन करने के निर्देश दिए गए। इससे ओल्ड गुरुग्राम और राष्ट्रीय मार्ग-48 के बीच आवागमन सुगम होगा और कार्यालय जाने वाले, निवासी तथा आसपास आने वाले लोगों की यात्रा अनुभव में सुधार होगा।
निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने गुरुग्राम में समग्र और दीर्घकालिक अवसंरचना योजना की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि मेट्रो और सड़क विकास को घनी आबादी वाले मार्गों में निकट समन्वय के साथ योजना बनाना आवश्यक है। जहां मेट्रो मार्ग प्रस्तावित हैं, वहां योजना जीएमडीए की सड़क विकास योजना के अनुरूप होनी चाहिए, खासकर उन स्थानों पर जहां एलिवेटेड कॉरिडोर प्रस्तावित हैं।
श्री पी.सी. मीणा ने कहा, “गुरुग्राम के ये मुख्य क्षेत्र कई महत्वपूर्ण सार्वजनिक संस्थाओं जैसे न्यायालय, सरकारी कार्यालय, अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान और व्यावसायिक केंद्रों का घर हैं और यहां प्रतिदिन भारी यातायात और जाम होता है। इन तीन प्रमुख मार्गों पर एलिवेटेड कॉरिडोर विकसित करने की संभाव्यता जीएमडीए द्वारा आगे बढ़ाई जाएगी, जिससे जाम कम होगा और जनता के लिए आवागमन सुगम होगा। साथ ही, यह द्वारका एक्सप्रेस मार्ग से संपर्क बढ़ाने में भी सहायक होगा।”
