गुरुग्राम: 4 अगस्त 2024 को इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस ‘इंटक’ के प्रदेश अध्यक्ष अमित यादव के द्वारा ‘नोटिंग हिल्स हॉल, सेक्टर-18, गुरूग्राम’ में कामगार अधिकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 उदयभान ने की। और मुख्य अतिथि चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणा एवं नेता प्रतिपक्ष हरियाणा सरकार रहे।
चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अपने सम्बोधन में कहा कि इंटक कांग्रेस पार्टी का अग्रणी संगठन है। जो श्रमिक हितों के लिए कार्य कर रहा है। चौ0 हुड्डा ने कहा कि उनका इंटक से गहरा संबंध रहा है क्योंकि एक समय में वे अखिल भारतीय कुली यूनियन (इंटक) के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने कहा कि देश का मजदूर-किसान अगर खुशहाल रहेगा तो देश खुशहाल रहेगा। चौ0 हुड्डा ने कहा कि किसी जमाने में भारत को अनाज के लिए दूसरे देशों के सामने हाथ फैलाना पड़ता था, परन्तु यह हमारे किसानों की देन है कि आज हम अनाज दूसरे देशाें को निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती है तो वृद्धावस्था पेंशन 6000/ रुपए महीने करेंगे। न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सरकार ठेकेदारी के तहत देश के नौजवान श्रमिकों को इजराइल भेजकर उनकी जान जोखिम में डालने का काम कर रही है। जो युवाओं और श्रमिकों के साथ धोखा है। राज्य में श्रमिकों को पक्की नौकरी देने काम काम कांग्रेस पार्टी करेगी। राज्य में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन लागू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार श्रमिकों के हितों में फैसले करेगी और नीति बनाकर उनके स्वास्थ्य एवं अन्य सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराएंगे। चौ0 भूपेन्द्र सिंह हु्ड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावों में श्रमिकों के मुद्दों को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करेगी और मजदूरों को उनका हक दिलाने का हर संभव प्रयास करेगी।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 उदयभान ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इंटक का गठन आजादी से पूर्व 3 मई 1947 को किया गया जिसका उद्देश्य श्रमिकों व गरीबों के शोषण की आवाज को उठाने का काम तब से लेकर लगातार कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने श्रमिकों के काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटा कर दिया है और श्रमिकों को मालिकों का गुलाम बना दिया है, और तीन कृषि कानून लाकर किसानों की आवाज को दबा दिया, जिसमें 750 किसानों की मौत हुई। इसके अलावा नए श्रम कानून लाकर इस सरकार ने साढ़े बारह करोड़ लोगों का रोजगार छीनने काम किया है।
इसके साथ सरकार की गलत नीतियों के कारण कोरोना में हजारों किलोमीटर पैदल चलकर देश का गरीब मजदूर बिना मौत के मारे गए। सरकार श्रमिको को न्यूनतम वेतन भी नहीं दे रही है। सरकार ठेका काननू लागाकर खुद ठेकेदार बन गई है। श्रमिकों के विरुद्ध काम कर रही है और मजदूरों को मालिकों के हाथों की कठपुली बनाने का काम कर रही है।
सम्मेलन में बोलते हुए हरियाणा इंटक के अध्यक्ष अमित यादव ने कहा कि इंटक अनुशासन के तहत काम करती है। जो श्रमिक हितों के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने हरियाणा इंटक की भविष्य की योजनाएं, सरकार द्वारा कर्मचारी, किसान-मजदूर विरोधी नीतियों को लेकर वर्तमान सरकार को ललकारा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने श्रमिकों के 44 श्रम कानूनों को भंग कर 4 नए कोड लाकर श्रमिकों को गुलाम बनाने का काम किया है, इसके साथ ही किसानों के लिए तीन कृषि कानून लाकर किसानों के साथ कुठाराघात किया है। यह भाजपा सरकार मजदूरों की रोटी छीनने का काम कर रही है। विकास का प्रतीक मजदूर और देश का पेट भरने वाला अन्नदाता दोनों इस सरकार की नीतियों से परेशान हैं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए हरियाणा इंटक के अध्यक्ष अमित यादव ने कहा कि आज इंटक देश की सभी 10 सेंट्रल टेªड यूनियन संगठनों के साथ एकजुट होकर श्रमिक हकों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंटक पूरे प्रदेश की पंचायतों एवं गांव स्तर तक अपनी पहुंच बनाएगी और भाजपा सरकार को उखाड़ फेकने का काम करेगी।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व सिने अभिनेता राजबब्बर ने कहा कि मजदूर की न जाति है न धर्म है उनका काम देश का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि जो आधा पेट सो जाए वही मजदूर है जो फिर भी ईमानदारी से अपने लक्ष्य व कर्त्वय को नहीं भूलता। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में सबसे ज्यादा कुबार्नी मजदूर व किसानों ने दी। उन्होंने कहा कि इंटक मजदूरों की लडाई बड़ी सिददत से लड़ रही है। श्री बब्बर ने कहा कि मेरे पिता रेलवेमेन्स यूनियन (इंटक) के सदस्य थे, जिस वजह से मेरा मजदूरों से गहरा नाता रहा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने श्रम कानूनों में परिवर्तन कर देश के मजदूर वर्ग के अधिकारों पर कुठाराघात किया है। सरकार की गलत नीतियों का ही नतीजा है कि आज देश में बेरोजगारी चरम पर है और हरियाणा पूरे देश में बेरोजगारी में अव्वल है।
सम्मेलन में जितेन्द्र भारद्धाज, पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, पूर्व विधायक चौ0 सहिदा खान, आशिष दुआ सचिव एआईसीसी के साथ विरेन्द्र सरोहा, पंकज डाबर, हरियाणा इंटक के महामंत्री धर्मबीर लोहान, वरिष्ठ इंटक नेता राजकुमार त्यागी, गजेन्द्र चौहान, श्रीनिवास राणा, अनिल पवार, चंडीगढ़ इंटक अध्यक्ष नसीब जाखड़, दिल्ली इंटक के नेता सुनील कुमार, एस एन दहिया, पंकज डागर, कृष्ण कुमार नैन व इंटक एवं कांग्रेस पार्टी के सैंकडों वरिष्ठ नेतागण और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।