स्कूली बच्चों को अनिवार्य रूप से शतरंज खेलने के लिए किया जाएगा प्रेरित

नई पहल - जुलाई के पहले शनिवार को शतरंज दिवस -

स्कूली बच्चों को अनिवार्य रूप से शतरंज खेलने के लिए किया जाएगा प्रेरित -

शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए शतरंज बेहद आवश्यक -

भारत सरकार की नई नेशनल शिक्षा नीति की जोरदार पहल -

स्कूलों से बच्चे शिक्षा के साथ सीखेगे शतरंज की चाले -

राज्य के समस्त सरकारी विद्यालयों में प्रतिवर्ष जुलाई माह के प्रथम शनिवार को ‘‘शतरंज दिवस‘‘ के रूप में आयोजन हेतु दिशा-निर्देश जारी -

हरियाणा सरकार मे जल्द ही शतरंज स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम में सबजेक्ट बनकर शामिल होगा - शतरंज को शिक्षा में शामिल करने की कवायद -

भारत सरकार की नई नेशनल शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के समस्त सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में प्रत्येक वर्ष जुलाई माह के प्रथम शनिवार को शतरंज दिवस के रूप में आयोजित किया जायेगा।


हरियाणा शतरंज एसोसिएशन एचसीए के प्रदेश महासचिव ब्रहमचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, सारे स्कूल प्राचार्यो को दिशा-निर्देश देते हुए आदेश पत्र जारी किया है। इसकी सारी


जानकारी एचसीए की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इंडियनचेस डॉट ओआरजी से देखी जा सकती हैं।


हरियाणा सरकार के सीनियर आईएएस अधिकारी 2002 बैच के भारत देश के आइएएस टॉपर परिवहन मंत्रालय के आयुक्त टीएल सत्यप्रकाश आईएएस, सीबीआई भारत सरकार से सीनियर आईपीएस अधिकारी अश्विन शैणवी, वित्त मंत्रालय भारत सरकार से आईएएस डॉ


गरिमा मित्तल, अतिरिक्त जिला एण्ड सैशन जज हिसार डॉ परमिंदर कौर, लोकसभा सांसद अभिनेत्री कंगना रनौत, शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा आदि ने हरियाणा सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर कर स्वागत किया।


शतरंज से ध्यान शक्ति व स्मरण मैमोरी शक्ति विकसित होती है -

डिजिटल तरीके से खिलाड़ियों को उत्साहित करते हुए कहा कि शतरंज महाभारत के पुरात्व समय का शह-मात का खेल-युद्ध हैं। शतरंज का उदय भारत देश मे ही हुआ है। भारतीय खेल शतरंज खेलना पढाई के साथ बच्चों के लिए बहुत जरूरी है ताकि बच्चे बड़ी समस्याओं


को समझ सके और अपने जीवन मे उसका समाधान खोज सके। शतरंज में प्रदेश के खिलाडी राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त कर देश प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। शतरंज से ध्यान शक्ति व स्मरण मैमोरी शक्ति विकसित होती है।


भारत सरकार की नई नेशनल शिक्षा नीति के तहत प्रदेश मे निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण को लेकर विस्तार से जानकारी दी। शतरंज में सुनहरा भविष्य है। गोवा, गुजरात व तमिलनाडू की तरह शतरंज को स्कूल व कॉलेज स्तर पर विषय के रूप में शामिल करने पर बल दिया।


शतरंज से जहां एक ओर खिलाडी के व्यक्तित्व का विकास होता है वहीं दूसरी ओर उसका मानसिक विकास भी होता है।


महाभारत के भीष्म पितामह शक्तिमान मुकेश खन्ना के नेतृत्व वाली भारत सरकार से एकमात्र आयकर छुट प्राप्त तथा भारतीय ओलम्पिक संघ आईओए से मान्यता प्राप्त हरियाणा शतरंज एसोसिएशन एचसीए के स्वस्थ, उज्जवल, सुरक्षित शतरंज मिशन के तहत


अन्तरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस के सम्मान मे हरियाणा प्रदेश के समस्त सरकारी विद्यालयों में प्रतिवर्ष जुलाई माह के प्रथम शनिवार को ‘‘शतरंज दिवस‘‘ के रूप में आयोजन किया जाएगा।


हरियाणा शतरंज एसोसिएशन एचसीए के प्रदेश महासचिव ब्रहमचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 20 जुलाई 2025 को मनाया जाएगा । शतरंज की दुनिया में इस तिथि का विशेष महत्व है क्योंकि यह 20 जुलाई 1924 को पेरिस, फ्रांस में


अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ की स्थापना की याद दिलाता है। अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस हर साल 20 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन 1924 में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ फीडे की स्थापना की याद में मनाया जाता है। यूनेस्को ने 20 जुलाई 1966 में इस दिन को मनाने


का प्रस्ताव पास किया था।


शतरंज का महत्व -

शतरंज एक प्राचीन खेल है जो न केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि बौद्धिक विकास, आलोचनात्मक सोच और सांस्कृतिक विविधता को भी बढ़ावा देता है। यह एक ऐसा खेल है जो दुनिया भर के लोगों को एक साथ लाता है भले ही उनकी पृष्ठभूमि या भाषा कुछ भी हो।


शतरंज दिवस के दौरान शतरंज के नियमों व रणनीतियों से संबंधित सीखने व सिखाने के सत्र, कक्षा स्तरीय शतरंज प्रतियोगिताये, विद्यार्थियों व अभिभावकों को मानसिक लाभ के प्रति जागरूकता अभियान, चलाने वाली प्रति प्रति वर्ष विद्यार्थियो को ग्रीष्मकालीन अवकाश के


दौरान घर पर उपलब्ध पुराने गत्तों से संबंधित गणितीय आकृतियों के मॉडल तैयार कर प्रयोग आधारित अनुभव प्रोजेक्ट के रूप में विद्यालय में प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया जाए।


यह नई पहल भारत सरकार की नई नेशनल शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप विद्यार्थियों के समग्र विकास और मानसिक प्रोत्साहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।


हरियाणा प्रदेश मे जल्द ही शतरंज स्कूली पाठ्यक्रम में सबजेक्ट बनकर शामिल होगा -  

भारत सरकार की नई नेशनल शिक्षा नीति के तहत गुजरात, तमिलनाडू व गोवा की तरह हरियाणा प्रदेश में शतरंज को स्कूली पाठ्यक्रम में विषय के रूप में जल्द ही शामिल किया जायेगा।


हरियाणा में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस -

हरियाणा में भी अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 20 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न शतरंज क्लब और संगठन स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिसमें शतरंज टूर्नामेंट, कार्यशालाएं और अन्य गतिविधियां शामिल होती

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