सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व एम एल ए स्व राकेश दौलताबाद जी की माता सुश्री रोशनी जी ने झज्जर जिले के याकूबपुर गाँव के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल एवं स्टाफ से एक मुलाक़ात की, याकूबपुर गांव रोशनी जी का ननिहाल भी है अपने बचपन के दिनों को याद करते हुये रोशनी जी भावुक हो उठी क्योंकि जब वह बहुत छोटी थी तभी उनकी माता श्री मति मिश्री देवी जी का स्वर्गवास हो गया था वह रोशनी जी को खूब पढाना चाहती थीं क्योंकि रोशनी जी बाकि बच्चों के साथ पढने जाने की जिद करती थी इसलिए वह कभी कभी उन्हे वहाँ चल रही क्लास में भी छोड आती थीं
आज रोशनी जी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और प्रेम रावत जी के शांति शिक्षा कार्यक्रमों को भी सक्रिय रूप से समर्थन दे रही हैं उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे स्वयं पहले इस कार्यक्रम को सुनें और समझें ताकि वे बच्चों को अच्छे संस्कार देकर उनका उज्ज्वल भविष्य बना सकें उनका कहना है कि जब शिक्षक सही दिशा देंगे तो बच्चे जीवन में बुरी आदतों से दूर रहकर समाज के लिए प्रेरणा बनेंगे और एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकेंगे, आज संसारभर की सरकारों, शिक्षा संस्थानों, डिफेंस, कार्पोरेट सेक्टर और जेलों तक में कार्यक्रम को सराहा जा रहा है।