डॉ सर्वोत्तम चौहान फिजियो रतन अवार्ड से सम्मानित

डॉ सर्वोत्तम चौहान फिजियो रतन अवार्ड से सम्मानित 



गुरुग्राम। रेखा वैष्णव।
राजेन्द्र स्वरूप सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स, कानपुर में कानपुर फिजियो कॉन 2025 का भव्य आयोजन हुआ। यह सम्मेलन देशभर से आए फिजियोथेरेपिस्ट्स और विशेषज्ञों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष माननीय श्री संजय कपूर ने दीप प्रज्वलित कर की। उनके साथ विभिन्न शहरों से आए वरिष्ठ चिकित्सकों और अतिथियों ने भी शिरकत की। कांफ्रेंस का सफल आयोजन कानपुर फिजियोथेरेपी एसोसिएशन द्वारा किया गया। इसमें डॉ. नरेंद्र पांडेय (चेयरमैन), डॉ. राज पांडेय (सचिव), डॉ. उमेश मिश्रा तथा उनकी टीम के सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा।



सम्मान समारोह में गुरुग्राम के वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. सर्वोत्तम चौहान को फिजियो रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि डॉ. चौहान को इससे पहले भी तीन बार फिजियो रत्न अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है और वे कई राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।

सम्मेलन के अकादमिक सत्रों में फिजियोथेरेपी क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों पर विस्तृत चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने अपडेटेड टेक्निक्स जैसे – मैनुअल थेरेपी, पेन मैनेजमेंट, स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी, न्यूरो-रिहैब और एडवांस्ड मशीन बेस्ड थेरेपी पर अपने विचार रखे। इन चर्चाओं ने युवा फिजियोथेरेपिस्ट्स को आधुनिक उपचार पद्धतियों की गहरी समझ दी।



डॉ. सुनीता पटेल (गुजरात) ने महिला स्वास्थ्य पर विशेष व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें महिलाओं में हड्डियों और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं तथा उनके समाधान पर चर्चा की।
डॉ. बी.एस. राजपूत (मुंबई) ने स्टेम सेल थेरेपी पर जानकारी दी और बताया कि कैसे यह भविष्य में हड्डी और जोड़ संबंधी बीमारियों के लिए नई उम्मीद बन सकती है।
डॉ. ऋचा गुप्ता (दिल्ली) ने आधुनिक तकनीकों से फिजियोथेरेपी की भूमिका को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया।

सम्मेलन में AIIMS दिल्ली के डॉ. प्रभात रंजन ने राष्ट्रीय सहबद्ध एवं स्वास्थ्य देखरेख वृत्ति आयोग (NCAHP) पर समूह चर्चा कराई। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि आने वाले समय में आयोग की नीतियों और मानकों से फिजियोथेरेपी शिक्षा और प्रैक्टिस में बड़े सुधार होंगे। इससे पेशेवर फिजियोथेरेपिस्ट्स को अधिक पहचान और अवसर मिलेंगे।

इसके अलावा प्रयागराज से डॉ. संतोष पांडेय, गुरुग्राम (हरियाणा) से डॉ देवेंदर राठी, डॉ. मोहित नैन, डॉ. सईद वारिस  वारिश सहित देशभर से करीब 600 फिजियोथेरेपिस्ट्स ने भाग लिया और विभिन्न सत्रों में सक्रिय चर्चा की।

कार्यक्रम के सांस्कृतिक सत्र में राजस्थान, मराठी और शास्त्रीय नृत्य, भक्ति संगीत तथा विशेष बच्चों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री संजय कपूर और उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सचान का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया।


इस सम्मेलन ने फिजियोथेरेपी पेशे को नई दिशा देने का कार्य किया। विशेषज्ञों द्वारा साझा किए गए विचार और नई तकनीकों पर हुई चर्चाओं से यह संदेश स्पष्ट हुआ कि आने वाले समय में फिजियोथेरेपी का क्षेत्र और अधिक आधुनिक, सशक्त और वैज्ञानिक आधार पर मजबूत होगा।
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