हकेवि में विशेषज्ञ व्याख्यान का हुआ आयोजन

 हकेवि में विशेषज्ञ व्याख्यान का हुआ आयोजन



हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के वैदिक गणित शोध रीति (वेगश्री) प्रकोष्ठ तथा शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, हरियाणा प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में ‘वैदिक गणित की शिक्षक शिक्षा में भूमिका‘ विषय पर ऑनलाइन माध्यम से विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने आर्टिफिश्यिल इंटेलिजेंस के दौर में शिक्षकों और भारतीय ज्ञान परम्परा की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तकनीक पहले भी आई पर इंसान को नहीं जीत पाई। भारतीय ज्ञान का अंग वैदिक गणित आधुनिक समय में भी शिक्षको और शिक्षक शिक्षा का आधारभूत बन इंसान और समाज की रक्षा करेगा।

आयोजन में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के प्रोफेसर हितेंद्र त्यागी ने अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभवों और अपने गुरु का वर्णन करते हुए वैदिक ज्ञान परम्परा को आगे बढ़ाने में शिक्षक की भूमिका का महत्त्व पर प्रकाश डाला। आयोजन में मुख्य वक्ता डॉ. विकास पोपली, वैदिक गणित संयोजक, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, हरियाणा प्रांत ने विभिन्न शिक्षण विधियों का उपयोग करते हुए वैदिक गणित को किस तरह पढ़ना और पढ़ाना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों और आमजन के लिए वैदिक गणित की उपयोगिता पर विस्तार से चर्चा की। 

इसी क्रम में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, हरियाणा प्रांत के प्रांत संयोजक डॉ. देवी भूषण ने अपने  अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यार्थियों के मन से गणित का भय खत्म करने में शिक्षको द्वारा भारतीय ज्ञान परम्परा द्वारा वैदिक गणित पढ़ाने के महत्व पर बल दिया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वय वेगश्री प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. ऋतु बाला ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. नन्द किशोर जी, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. बीर पाल सिंह यादव, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र कुमार सहित विभिन्न विभागों के शिक्षकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों सहित न्यास के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

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