धनुष की प्रत्यंचा चढ़ा कर सीता के हुए राम
श्री गुरुद्रोणाचार्य रामलीला क्लब गुरुग्राम गाँव की रामलीला में सीता स्वयंवर की लीला का मंचन किया गया जिसमें कि देश-विदेश के राजाओं ने अपनी ताक़त आज़मायी परंतु वह टस से मस न कर सकें तब लंकापति रावण भी स्वयंवर में आया व धनुष नहीं उठा पाया व भारी सभा में क्रोधित होकर कहकर गया कि “सीता एक दिन तुम्हें लंका अवश्य दिखाऊँगा” | अंत में अपने गुरु की आज्ञा लेकर श्रीं राम जी ने शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाई व इस प्रकार उनका विवाह सीता जी से संपन्न हुआ |
टूटा हुआ धनुष देखकर परशुराम जी क्रोधित हो गए वहाँ लक्ष्मण जी के साथ उनका संवाद हुआ |
संवाद का मंचन किया जाएगा व रामलीला के निर्देशक श्री मनोज सैनी ने कहा की हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी सामाजिक संदेश बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का मंचन भी किया जाएगा |
आज की रामलीला में राम बारात, सीता जी की विदाई एवं कैकेई मंथरा संवाद होगा |