गुरुग्राम में सिटी बस सेवाओं के व्यापक अनुकूलन की योजना
•गुरुगमन ऐप को और अधिक उन्नत एवं यूज़र-फ्रेंडली बनाया जाएगा
•पाँच मॉडल, उल्लंघन-मुक्त चौराहों का किया जाएगा विकास
गुरुग्राम,: शहर में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को सुदृढ़ करने तथा समग्र यातायात प्रबंधन में सुधार के उद्देश्य से गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पी.सी. मीणा ने की, जिसमें गुरुग्राम सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) के अधिकारियों के साथ गुरुगमन सिटी बस सेवाओं के अनुकूलन तथा शहर के प्रमुख चौराहों पर यातायात अनुशासन को मजबूत करने से जुड़े उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में जीएमसीबीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विश्वजीत चौधरी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रविंदर कुमार, जीएमसीबीएल के वरिष्ठ अधिकारी तथा अकादमिक जगत एवं कॉर्पोरेट क्षेत्र के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सिटी बस रूट्स का अनुकूलन
बैठक के दौरान जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि जीएमसीबीएल शहर में विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभा रहा है, विशेषकर उच्च मांग वाले क्षेत्रों में यात्रा करने वाले कार्यालय जाने वाले कर्मचारियों एवं छात्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने में। बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में गुरुग्राम में जीएमसीबीएल की 150 बसें 21 रूट्स पर संचालित हो रही हैं।
श्री मीणा ने निर्देश दिए कि इन रूट्स का अनुकूलन (ऑप्टिमाइजेशन) किया जाए ताकि संचालन दक्षता बढ़े और यात्रियों को अधिक सुविधा मिल सके। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि यात्री संख्या, राइडरशिप पैटर्न, पीक आवर्स की मांग तथा रूट प्रदर्शन से संबंधित समग्र डेटा एकत्र कर उसका विश्लेषण किया जाए, ताकि रूट अनुकूलन प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया जा सके। जिन रूट्स पर यात्रियों की संख्या अधिक है, वहां बसों की आवृत्ति बढ़ाने की संभावनाओं पर भी सक्रिय रूप से विचार करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि निकट भविष्य में जीएमसीबीएल के बेड़े में 100 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएंगी। इस विस्तार को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए रूट्स की पहचान की जाए, जहां सिटी बस सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। इनमें द्वारका एक्सप्रेसवे क्षेत्र सहित अन्य उभरते और तेजी से विकसित हो रहे कॉरिडोर शामिल हैं, ताकि व्यापक कवरेज और बेहतर लास्ट-माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा सके।
बैठक में रूट अनुकूलन से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान अकादमिक संस्थानों के प्रतिनिधि एवं अन्य नॉलेज पार्टनर्स, जो जीएमडीए के साथ मिलकर सिटी बस सेवाओं को बेहतर बनाने में सहयोग के इच्छुक हैं, भी उपस्थित रहे।
बेहतर यात्री अनुभव के लिए गुरुगमन ऐप का उन्नयन
श्री पी.सी. मीणा ने मौजूदा गुरुगमन बस ऐप को और अधिक यूज़र-फ्रेंडली एवं यात्री-केंद्रित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुछ नियमित यात्रियों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाए तथा उनके फीडबैक को ऐप की कार्यक्षमता में सुधार के लिए उपयोग में लाया जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि ऐप में बसों के समय, रूट की अवधि, कवर किए जाने वाले रूट्स तथा अन्य आवश्यक यात्रा संबंधी जानकारियाँ स्पष्ट और सटीक रूप से उपलब्ध होनी चाहिए, ताकि जीएमसीबीएल की सेवाओं का उपयोग करने वाले सभी यात्रियों को सुविधा मिले और अधिक से अधिक नागरिक सार्वजनिक परिवहन अपनाने के लिए प्रोत्साहित हों।
यातायात अनुशासन सुधार के लिए पाँच मॉडल चौराहों का विकास किया जाएगा
सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में सुधार के साथ-साथ जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने संबंधित टीमों को यातायात पुलिस विभाग के समन्वय से शहर में पाँच मॉडल चौराहों के विकास के निर्देश दिए, जिन्हें पूरी तरह उल्लंघन-मुक्त बनाया जाएगा।
इन चौराहों पर जीएमडीए द्वारा आवश्यक आधारभूत संरचनात्मक सुधार किए जाएंगे, जिनमें उचित लेन मार्किंग, पैदल यात्री क्रॉसिंग, ट्रैफिक साइनबोर्ड तथा स्पीड लिमिट साइनबोर्ड की स्थापना शामिल है। इसके अतिरिक्त, इन चौराहों पर स्थापित CCTV कैमरों का प्रभावी उपयोग कर यातायात नियमों के उल्लंघन पर चालान जारी किए जाएंगे तथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसका उद्देश्य यातायात अनुशासन में सुधार, उल्लंघनों में कमी और सभी सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करना है।
“हमारी प्राथमिकता यह है कि गुरुग्राम के प्रत्येक नागरिक के लिए आवागमन को आसान, सुरक्षित और अधिक विश्वसनीय बनाया जाए। सिटी बस रूट्स के अनुकूलन, यात्रियों को बेहतर जानकारी देने के लिए गुरुगमन ऐप के उन्नयन तथा मॉडल, उल्लंघन-मुक्त चौराहों के विकास के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मज़बूत पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं और बेहतर यातायात प्रबंधन से शहरवासियों के दैनिक यात्रा अनुभव में सकारात्मक सुधार हो,”— श्री पी.सी. मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जीएमडीए।
बैठक के अंत में संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए कि गुरुग्राम में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं और यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए आपसी समन्वय सुनिश्चित किया जाए, ताकि इसका लाभ शहर के नागरिकों को व्यापक रूप से मिल सके।
