गुरुग्राम।
आज द्रोण रेहड़ी पटरी फेरी कमेटी गुरुग्राम का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष चूरामन के नेतृत्व में और रेहड़ी डी सी गुरुग्राम,नगर निगम कमिश्नर और डी टी पी नोडल अधिकारी आर एस बाठ को पथ विक्रेताओं की समस्याओं को हल करने और असली अतिक्रमण हटाने का ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रधान चूरामन, कोषाध्यक्ष बलराम कुमार ,प्रेस सचिव पंकज चौरसिया, सैक्टर 14 के सैंकड़ों रेहड़ी पटरी वाले साथी शामिल थे। उन्होंने नगर निगम कमिश्नर को गुड़गांव में रेहडी़ पटरी वालों पर अतिक्रमण के नाम पर किये जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ मांग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा की गुड़गांव में सौंदर्यकरण के नाम पर अतिक्रमण के बहाने मजबूर रेहडी़ वालों की रोजी-रोटी पर हमला किया जा रहा है। नोडल अधिकारी आर एस बाठ अतिक्रमण के नाम पर केंद्रीय पथ विक्रेता अधिनियम 2014 का उल्लंघन कर रहे हैं। नगर निगम मनमाने तरीके से रेहडी़ पटरी विक्रेताओं को उजाड़ कर बेरोजगार कर रहा है जबकि पथ विक्रेता आजीविका संरक्षण एवं विक्रय विनियमन अधिनियम 2014 के अनुसार यह स्पष्ट आदेश है कि जब तक वेंडर को रेहडी़ पटरी लगाने का स्थान नहीं दिया जाता तब तक उसे उस स्थान से नहीं हटाया जा सकता। परंतु नगर निगम और डी टी पी आर एस बाठ अपना तानाशाही रवैया अपनाते हुए हजारों रेहडी़ पटरी वालों को उजाड़ कर उनको भूखे मरने की कगार पर खड़ा कर रहा है। इसके साथ ही रेहडियों को सामान सहित जब्त करके उनका सामान भी वापस नहीं दिया जाता। रेहडी़ व खोमचों को भी तोड़़फोड़ करके नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
गत दिनों द्रोण रेहड़ी पटरी फेरी कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने एमजी रोड़, इफ्को चौंक, सिकंदरपुर,डीएलएफ, सैक्टर 14 के मार्केट व अन्य स्थानों पर जाकर पीड़ित लोगों से मिलकर स्थिति का संज्ञान लिया। डी सी गुरुग्राम को अवगत कराया गया कि लोगों में नगर निगम की कार्रवाई के चलते काफ़ी रोष है। उनके ध्यान में रखते हुए बताया कि इस समय नगर निगम की कार्रवाई के चलते उनके बच्चों की भूखे मरने की नौबत आ गई है। इस समय स्कूल में फीस न दे पाने की वजह से व नए साल का दाखिला भी ना करवा पाने से बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं बच्चों की पढ़ाई पर भारी असर पड़ रहा है और समय पर किराया भी नही दे पा रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि उपरोक्त लोगों के रोजगार को बुलडोजर से नष्ट करने व तानाशाही तरीके से की जा रही कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाई जाए । जब्त किये गये सामान को यथास्थिति वापस किया जाए व तोड़फोड़ से किए गए नुकसान का मुआवजा देकर भरपाई की जाए। बिना जब्ती रसीद के सामान जब्त करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध दंडनीय कार्रवाई अमल में लाई जाए।वेंडर के लिए जल्द ही वेंडिंग जॉन चिन्हित करके उन्हें शांतिपूर्वक जीवन यापन करने दिया जाए। करोड़ों रुपयों की फीस लेने के बावजूद वेंडिंग जॉन में मूलभूत सुविधाओं की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। पथ विक्रेता विवाद निवारण समिति गुरुग्राम को कोई पॉवर नहीं दी गई है जिससे न्यायालय में कोई न्याय नहीं मिल रहा है। जल्द ही संगठन को बुलाकर बातचीत से समाधान नहीं किया गया तो हजारों की संख्या में पथ विक्रेता सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगें।

