लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्य तिथि श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाई गई


लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्य तिथि श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाई गई

गुरूग्राम :- राम बिहार  सूरत नगर  के अन्तर्गत  एक निजी स्कूल  मे

आज देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री तथा ‘लौह पुरुष’ के नाम से विख्यात सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्य तिथि पूरे सम्मान, श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक, शैक्षणिक एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 

डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद फाउन्डेशन  के अध्यक्ष व संजोजक राजेश  ने 

  कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय इतिहास के ऐसे महान नेता थे, जिनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम से लेकर स्वतंत्र भारत के निर्माण तक अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने देश की आज़ादी के बाद बिखरी हुई 562 से अधिक देशी रियासतों का भारत में विलय कर राष्ट्र की एकता और अखंडता को सुदृढ़ किया। उनके अद्वितीय नेतृत्व, कठोर निर्णय क्षमता और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही आज भारत एक संगठित और मजबूत राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर स्थापित है।

वक्ताओं ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन सादगी, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति का अनुपम उदाहरण है। वे केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि कुशल प्रशासक और दूरदर्शी नेता भी थे। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अखिल भारतीय सेवाओं की नींव रखी, जिससे देश की शासन व्यवस्था को स्थायित्व और मजबूती मिली।

इस अवसर पर वक्ताओं ने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार वल्लभभाई पटेल के आदर्शों, सिद्धांतों और मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करें तथा देश की एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता को बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सरदार पटेल के विचार और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को स्मरण करते हुए किया गया। 

सरदार वल्लभभाई पटेल  का निधन  

15, दिसंबर 1950 को हुआ था 

यहा पर उपस्थित  कुन्दन  गुप्ता  प्रधानाचार्य  , समा आलम  ऊप प्रधानाचार्य,  पुजा तिवारी,गीता पुनम,  रितू ,निधी,सोनी ,दिपती ,शालनी,  दिपा,शुषमा  ,कृतिका,  विक्रम, विपिन,खुशी, शिल्पी,  कशीष, हर्षिता,  हिमानसी, सुरज, रौशन, हिमांशु, कोमल ,अनुप,  दिपक,नैना, शिवांगी, गुंजन,  निकिता, रिया,  संगम,श्रेया,  हेम लता,अनुराधा, लिपिका , संदीप,  बीरेन्द्र  ,अनुज,  

राजेश सिंह, देवेन्द्र , राहुल  आदि  रहे है,

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